मुंबई । महंगाई और बेरोजगारी को लेकर दिल्ली में कांग्रेस ने सोनिया गांधी, राहुल और प्रियंका के नेतृत्व में प्रदर्शन किया। वहीं महाराष्ट्र में भी पार्टी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे। महाराष्ट्र कांग्रेस ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी द्वारा महाराष्ट्र को लेकर दिए गए बयान और महंगाई, बेरोजगारी के खिलाफ शुक्रवार को राजभवन का घेराव किया। मुंबई में नगर अध्यक्ष भाई जगताप के नेतृत्व में एक मार्च निकाला गया। मार्च को पुलिस द्वारा रोकने पर आक्रामक हुए जगताप ने शिंदे सरकार पर हमला बोल दिया। उन्होंने कहा कि हम कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं, कोई चोर नहीं हैं। इस दौरान उन्होंने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर भी निशाना साधा।
भाई जगताप ने कहा, हम लगातार गरीबी और महंगाई के मुद्दे उठाते रहे हैं। हमने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को लगभग 20 से 25 ज्ञापन दिए हैं। लेकिन वे सिर्फ बयानों से हंसते हैं। वे चुटकुले बनाते रहते हैं जो हमने कभी नहीं सुने। हमने भी 40 साल राजनीति में बिताए हैं। यह भयावह है कि लोकतंत्र में संवैधानिक पद पर बैठा व्यक्ति इस तरह का व्यवहार करता है। उन्होंने अपना गुस्सा इसका जाहिर किया कि उन्होंने ऐसा राज्यपाल नहीं देखा है।' उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार हम लोगों के साथ ऐसा बर्ताव कर रही है, जैसे हम पराए हैं। उनका बर्ताव हमें लेकर ब्रिटिश शासन जैसा है।
कांग्रेस ने कहा कि संविधान ने हमें अपना पक्ष रखने और विरोध प्रदर्शन करने का अधिकार दिया है। इसे कोई नहीं छीन सकता। जगताप ने कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं को क्यों और किसके आदेश पर गिरफ्तार किया जा रहा है? कौन हैं देवेंद्र फडणवीस? कौन हैं एकनाथ शिंदे? क्या वे मेरे देश के संविधान से बड़े हैं? उन्होंने कहा, 'हम संविधान के दायरे में आंदोलन कर रहे हैं। हम सब कुछ चुपचाप कर रहे हैं।