G20 Summit 2023: जी20 नेता रविवार (10 सितंबर) को महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट पहुंचे. इस दौरान महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी गई (Tribute to Mahatma Gandhi). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) राजघाट पर पहले से ही मौजूद रहे और सभी नेताओं का खादी का शॉल पहनाकर स्वागत किया.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस, विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम, एशियाई विकास बैंक के अध्यक्ष मासात्सुगु असकावा, आईएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा और अन्य नेता और प्रतिनिधि महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने और पुष्पांजलि अर्पित करने के लिए दिल्ली के राजघाट पहुंचे. इसके अलावा संयुक्त मैक्सिकन राज्य के अर्थव्यवस्था मंत्री, रकेल ब्यूनरोस्त्रो सांचेज महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने और पुष्पांजलि अर्पित करने के लिए दिल्ली के राजघाट पहुंची. स्पेन की उपराष्ट्रपति नादिया कैल्विनो, सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग, नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रुटे, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जुगनुथ, मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और तमाम नेता राजघाट पहुंचे.


ऋषि सुनक और बाइडेन भी पहुंचे राजघाट

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन भी महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने और पुष्पांजलि अर्पित करने के लिए दिल्ली के राजघाट पहुंचे. प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस, कनाडाई प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और अन्य राष्ट्राध्यक्षों और सरकार के प्रमुखों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों ने एक मिनट का मौन रखा और श्रद्धांजलि अर्पित की.

जी20 समिट का आखिरी दिन आज

बता दें कि, दिल्ली में जारी जी20 शिखर सम्मेलन (G-20 Summit) का आज आखिरी दिन है. महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के बाद सभी नेता भारत मंडपम लौटेंगे. जहां पौधारोपण का कार्यक्रम है. इसके बाद सम्मेलन का तीसरा सेशन शुरू होगा, जिसका नाम वन फ्यूचर है, जोकि करीब 2 घंटे का होगा. इसके बाद सभी नेता दिल्ली घोषणापत्र को स्वीकार करेंगे, जिसकी मंजूरी शनिवार को ही दे दी गई है.


पहले दिन अफ्रीकी संघ को बनाया सदस्य

जी20 सिखर सम्मेलन के पहले दिन सभी सदस्य देशों ने भारत की G20 अध्यक्षता के तहत एक महत्वपूर्ण मील के पत्थर में 55 सदस्यीय अफ्रीकी संघ (AU) को दुनिया की शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं की उच्च तालिका में लाने के मोदी के प्रस्ताव को स्वीकार किया था. मोदी ने कहा कि अफ्रीकी संघ का सदस्य बनने से जी-20 और ग्लोबल साउथ की आवाज भी मजबूत होगी. एशियाई वित्तीय संकट के बाद 1999 में अपनी स्थापना के बाद से यह G20 का पहला विस्तार है.