बेंगलुरु । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के विधानसभा चुनाव से पहले 11 फरवरी को कर्नाटक के सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील तटीय क्षेत्र के पहले दौरे पर शाह के स्वागत के लिए सत्तारूढ़ भाजपा गुट में तैयारियां जोरों पर हैं। केंद्रीय मंत्री शाह सेंट्रल सुपारी और कोको मार्केटिंग एंड प्रोसेसिंग को-ऑपरेटिव लिमिटेड (कैम्पको) के स्वर्ण जयंती समारोह में भाग लेने के लिए दक्षिण कन्नड़ जिले के पुत्तूर शहर का दौरा कर रहे हैं।
वह धर्मश्री प्रतिष्ठान द्वारा तैयार भारत माता मंदिर का भी उद्घाटन करने वाले हैं। भाजपा नेताओं ने कहा कि तमिलनाडु के कन्याकुमारी में के बाद यह भारत माता का एकमात्र मंदिर है। शाह भारत माता की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने और अमर जवान की प्रतिमा पर पुष्पांजलि भी अर्पित करने वाले हैं। वह हनुमागिरी मंदिर जाएंगे और पूजा अर्चना करने वाले हैं। पार्टी के नेता कार्यक्रम में एक लाख से अधिक लोगों को इकट्ठा करने की व्यवस्था कर रहे हैं।
गौरतलब है कि तटीय कर्नाटक क्षेत्र भाजपा का गढ़ है, वहां राज्य में हिंदुत्व की प्रयोगशाला माना जाता है। यह क्षेत्र नैतिक पुलिसिंग और सांप्रदायिक संघर्ष के लिए राष्ट्रीय समाचार बना रहा है। इससे पहले, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने नैतिक पुलिसिंग पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि एक बड़े विवाद को भड़काने वाली प्रतिक्रिया के लिए कार्रवाई होगी। इस बयान की विपक्षी दलों ने आलोचना की थी।
शाह के दौरे पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस नेता एम.बी. विश्वनाथ राय ने कहा है कि अगर कैंपको को सफलतापूर्वक चलाकर गुजराती पूंजीपतियों के साथ विलय नहीं किया जाता है, तब लोग खुश होने वाले है। पुत्तूर शहर के कांग्रेस अध्यक्ष एच. मोहम्मद अली ने कहा कि पुत्तूर आरएसएस की भूमि है। उन्होंने कहा, राज्य सरकार अमित शाह की सुरक्षा के लिए 3,500 पुलिसकर्मियों को तैनात कर रही है। संघ परिवार की सुरक्षा यहां पर्याप्त है। कोई आतंकवादी नहीं आएगा, भारी पुलिस बल की नियुक्ति संघ परिवार का अपमान है।