शिमला । हिमाचल प्रदेश में लड़कियों की शादी की उम्र 21 साल करने पर राज्य की कांग्रेस सरकार विचार कर रही है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस बारे में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल को कमेटी बनाने के लिए कहा था। 26 नवंबर को मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद कमेटी का गठन किया गया है। 
मुख्यमंत्री सुक्खू के निर्देश पर हिमाचल प्रदेश में लड़कियों की शादी की उम्र बढ़ाने के दृष्टिगत विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श के लिए एक कमेटी का गठन हुआ है। कमेटी में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की सचिव एम.सुधा देवी अध्यक्ष होंगी। ग्रामीण विकास विभाग के सचिव प्रियतु मंडल, विधि विभाग के सचिव शरद कुमार लगवाल, श्रम एवं रोजगार विभाग की निदेशक मानसी सहाय ठाकुर और वरिष्ठ महिला पत्रकार प्रतिभा चौहान कमेटी की सदस्य होंगी। इसके अलावा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक प्रियंका वर्मा इस कमेटी में सदस्य सचिव होंगी। 
इसके पहले 25 नवंबर को शिमला के राजकीय कन्या उत्कृष्ट विद्यालय के वार्षिक समारोह में भी मुख्यमंत्री सुक्खू ने बेटियों की शादी की उम्र 21 साल करने की बात कही थी। मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार बेटियों के हित के लिए काम कर रही है। आने वाले वक्त में पुलिस विभाग में कॉन्स्टेबल की 1 हजार 200 पदों पर भर्तियां होनी हैं। इनमें बेटियों को 30 फीसदी आरक्षण दिया जाएगा। 
सीएम सुक्खू ने कहा कि विश्वविद्यालय में पीएचडी की डिग्री लेने वालीं बेटियों की संख्या ज्यादा है। वही समाज तरक्की करता है, जहां पर सभी को समान अधिकार मिलता है। पढ़े-लिखे युवाओं को राजनीति में आगे आना चाहिए। विधानसभा में 92 फीसदी विधायक ग्रेजुएट हैं।