श्रीनगर । जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ स्थित रतले हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट में भूस्खलन के कारण 4 लोगों जान गवां बैठे, वहीं इस घटना में 9 लोग घायल हो गए थे। हादसा द्रबशाला इलाके में हुआ। अब घायलों में से 5 को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है और 4 का इलाज जारी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बीती रात से जारी सर्च ऑपेरशन अब समाप्त हो चुका है। फिलहाल गुफा के भीतर कोई भी फंसा नहीं है। बीती रात एक बार सर्च अभियान को रोक दिया गया था, लेकिन सुबह आस-पास के इलाके को भी सर्च किया गया।
गौरतलब है कि हादसा उस समय हुआ था जब इस हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट के लिए एक गुफा को काटा जा रहा था। इस कार्य में एक जेसीबी काम पर लगी थी, जो इस भूस्खलन की चपेट में आ गई थी। जेसीबी ड्राईवर का शव बरामद कर लिया गया था। इसके अलावा गुफा में पांच लोग फंस गए थे। जिन्हें बाद में रेस्क्यू किया गया था। घायल सभी लोगों को डोडा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। घटना की जानकारी मिलते ही जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जिला प्रशासन को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया था। उन्होंने बताया था कि बचाव अभियान में सेना, एसडीआरएफ और पुलिस के जवान लगे हुए थे। मालूम हो कि यह हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट 1000 मेगाबाइट का है, जिसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करीब 5 महीने पहले वर्चुअली उद्घाटन किया था। उद्घाटन के बाद से ही इस पर लगातार काम चल रहा है।
केंद्रीय मंत्री और जम्मू-कश्मीर के उधमपुर लोकसभा सीट से सांसद डॉ. जितेंद्र सिंह ने भी इस हादसे को लेकर दुख व्यक्त किया था। उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन रतले पॉवर प्रोजेक्ट में हुए भीषण भूस्खलन की खबर मिलने पर किश्तवाड़ के जिला कलेक्टर से बात की।