धोखेबाजी का तरीका जान हो जाएंगे हैरान


3 सालों में अच्छा परिचय बनाया, फिर की 18 लाख 50 हजार की ठगी

पीड़ितों ने एसपी से की शिकायत, बीमारी का बहाना बताकर लिए थे रुपए

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बैतूल। जिला मुख्यालय के 6 लोगों के साथ 18 लाख 50 हजार की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है।धोखाधड़ी करने के लिए फ्रॉड ने 3 वर्ष में पीड़ितों से इतने अच्छे संबंध बनाएं कि आंख बंद करके उस पर भरोसा कर ले। यही कारण है कि इन 6 लोगों ने बिना सोचे समझे ठगी करने वाले को अलग-अलग किस्तों में लाखों रुपए दे दिए। अब अपनी गाड़ी कमाई वापस पाने के लिए यह लोग एसपी कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। शास्त्री वार्ड निवासी पुरुषोत्तम पिता सुखदेव चढ़ोकार, सदर निवासी देवेंद्र पिता लखन लाल पंवार, इटारसी रोड सदर निवासी प्रदीप पिता हरिराम सोनी, प्रताप वार्ड निवासी बुधराम पिता गुलाबराव, गोकुलधाम सोसायटी कालापाठा निवासी विनोद पिता गोपीचंद बुंदेले, लोहिया वार्ड निवासी सुनीता पति महादेव कुलसगे इस हाईटेक धोखाधड़ी का शिकार हुए है। इन्होंने शनिवार को एसपी कार्यालय पहुंचकर शिकायत की है। इन शिकायत कर्ताओं ने जिला छिंदवाड़ा के ग्राम पैजनवाडा निवासी गोपाल प्रसाद पिता मनोहर पाल उम्र 38 वर्ष के खिलाफ धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है।

-- ऐसे दिया ठगी को अंजाम--

एसपी को सौंपे शिकायत आवेदन में पीड़ितों ने बताया कि ठगी करने वाले गोपाल प्रसाद पाल से करीबन दो तीन वर्षों से उनका अच्छा परिचय था। यही परिचय का फायदा उठाकर गोपाल प्रसाद हमारे पास आया और बीमारी का बहाना बताकर रोने लगा। गोपाल प्रसाद ने कहा कि पाढर एवं नागपुर में तुरंत इलाज करवाना है नानी की भी गंभीर बीमारी बताते हुए अस्पताल में भर्ती होने की बात कही। ठगी के शिकार पीड़ितो ने बताया कि परिचय होने के चलते उन्होंने गोपाल प्रसाद को कभी 50 हजार, कभी डेढ़ लाख कभी 1 लाख, कभी 30 हजार, कभी 25 हजार कभी 2 लाख, कभी 40 हजार किस्तों में दिए। इस प्रकार लगभग 18 लाख 50 हजार की राशि को लेकर गोपाल प्रसाद फरार हो गया। 24 जनवरी 2023 को अनावेदक से फोन पर सम्पर्क किया तो उसका मोबाईल बंद बता रहा है। गोपाल प्रसाद ने राशि न देने की मंशा रखते हुये फोन के दोनो नम्बर बंद कर दिए। जब उसके मूल पते पर जाकर देखा तो वहां से भी फरार हो गया। पीड़ितों ने गोपाल प्रसाद पर धोखाधडी का मामला पंजीबद्ध कर राशि वापस दिलाए जाने की मांग की है।