जनपद पंचायत भैंसदेही अंतर्गत ग्राम सावलमेंढा का मामला 

 

ग्रामीणों एवं पंचों ने सचिव के खिलाफ लगाए भ्रष्टाचार के आरोप,जिला पंचायत सीईओ से की शिकायत

 

 

 

बैतूल। ग्रामीणों मजदूरों के लिए चलाई जा रही मनरेगा योजना अब सिर्फ कागजों तक सीमित रह गई है, रोजगार के लिए परेशान हो रहे मजदूरों को काम नहीं दिया जा रहा है बल्कि मजदूरों की जगह सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक मशीनों से काम करवा रहे है। ऐसा ही मामला जनपद पंचायत भैंसदेही अंतर्गत ग्राम सावलमेंढा में सामने आया है। 

 

सचिव रमेश बारस्कर खुद के कमीशन के लालच में मशीन चला रहे है। ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम पंचायत में खुलेआम भ्रष्टाचार मचा हुआ है जिससे मजदूरों को लाभ नही मिल पा रही है। इसके चलते मजदूर बेरोजगार बने हुए हैं। साथ ही पंचायत कार्यालय  में अराजकता भी बढ़ रही है और मजदूर पलायन के लिए मजबूर है।

 

यह है पूरा मामला

 

बता दें कि सावलमेंढा ग्राम पंचायत में विगत दिनों मनरेगा योजना के तहत नाली निर्माण का कार्य किया गया था। नियम से इसमें मजदूरों के द्वारा कार्य किया जाना था, लेकिन सचिव रमेश बारस्कर ने भ्रष्टाचार करने के उद्देश्य से इस कार्य में जेसीबी मशीन का उपयोग धड़ल्ले से किया। खुदाई का काम बिना मजदूरों के करवाया गया। कार्य में मिट्टी युक्त घटिया मटेरियल का उपयोग एवं तराई भी नही की गई। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम सावलमेंढा में ऐसा भ्रष्टाचार विभागीय कर्मियों व जनप्रतिनिधियों की वजह से हो रहा है, जिसके कारण स्थानीय ग्रामीण मजदूरों को मनरेगा में रोजगार नहीं मिल रहा है और वे पलायन करने को मजबूर हो रहे है। ग्रामीणों ने नाली निर्माण में हुए भ्रष्टाचार का वीडियो बनाकर कार्रवाई की मांग की है। पंचों ने आरोप लगाया कि रोजगार गारंटी मनरेगा योजना का लाभ गरीब मजदूरों को तो नही लेकिन ग्राम पंचायत में पदस्थ सचिव को जरूर मिल रहा है। जिसके कारण गांव के मजदूरों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और मजदूर गांव से पलायन करने को मजबूर हो रहे हैं।  

 

-- प्रस्तावों के साथ की जाती है छेड़छाड़--

 

आवेदन के माध्यम से पंच रजनी शिवहरे, यशोदा पंदराम एवं सावित्री बाई ने बताया कि ग्राम पंचायत की बैठक में लिए गए प्रस्तावों को सचिव बंद ना करके बाद में उससे छेड़छाड़ करता है। लिखित में आवेदन देकर प्रतिलिपि मांगने पर सचिव द्वारा उल्टा पंचों पर संदेह का आरोप लगाकर प्रस्ताव प्रतिलिपि नही दी जा रही है। महिला पंचों ने आरोप लगाया कि सचिव रमेश बारस्कर द्वारा ग्राम पंचायत में लगातार मनमानी की जा रही है। पंचो ने जिला पंचायत सीईओ को शिकायती आवेदन देकर सचिव को तत्काल हटाने की मांग की है।