इंदौर ।   देवी अहिल्याबाई होलकर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर लखनऊ जाने वाली उड़ान में सवार होने आए एक दंपति और उनके दो बच्चों को उड़ान में बैठने से रोक दिया गया। दरअसल सिक्योरटी जांच के दौरान जब पत्नी के बैग की जांच की जा रही थी। तब पति ने सीआइएसएफ के जवानों से मजाक में कह दिया कि इस बैग को अच्छे से चैक करना इसमें बम है। इतना कहने के बाद सीआईएसएफ ने पति पत्नी की सख्ती से जांच की। जवानों की जांच में बम तो नहीं निकला लेकिन परिवार को मजाक का खामियाजा भुगतना पड़ा। सीआइएसएफ के जवानों के साथ ही एयरपोर्ट प्रबंधन ने पति पत्नी और उनके बच्चों को उड़ान में नहीं बैठने दिया गया। जानकारी के अनुसार घटना सोमवार रात की है। इंडिगो की लखनऊ उड़ान रात 9.25 बजे रवाना होकर रात साढ़े 11 बजे लखनऊ पहुंचती है। वाराणसी में रहने वाले गौरव मनवानी इसमें सवार होने के लिए अपनी पत्नी और बच्चों के साथ पहुंचे थे। सिक्योरिटी चैक के दौरान उन्होंने जवानों से कह दिया कि पत्नी के बैग में बम है। इसके बाद दोनों को अलग किया गया। उनका बैग चेक किया गया, जिसमें कुछ नहीं निकला। गौरव ने कहा कि वे मजाक कर रहे थे, लेकिन सीआईएसएफ जवानों द्वारा उनकी पूरी जांच की गई। उन्होंने यह बताया कि वे इंदौर में शादी में आए थे। अब वापस लौट रहे हैं। बाद में उसने लिखित में माफी मांगी गई। इसके बाद लिखित में माफी देने के बाद भी उन्हें उड़ान में सवार नहीं होने दिया गया। इस दौरान विमानतल पर कुछ देर के लिए हडकंप मच गया था।