*परभर्णी जिले के हट्टा, वसमत पहुंची पदयात्रा*
*लोगों ने किया जोरदार स्वागत, 11 जुलाई को पंडरपुर पहुंचेगे पदयात्री* 

भैंसदेही मां पूर्णा के उद्गम स्थल काशीतालाब से निकली पदयात्रा (डिंडी) परभणी जिले के हट्टा, वसमत पहुंची, जहां पदयात्रियों का लोगों ने जोरदार स्वागत किया। पदयात्रियों के भोजन, चाय-नाश्ते की व्यवस्था यहां की समितियों और लोगों द्वारा की गई। रात्रि विश्राम के बाद अगली सुबह पदयात्रा पंडरपुर के लिए रवाना हो गई। 4 जून को माँ पूर्णा उद्गम स्थल काशी तालाब से इस पदयात्रा की शुरूआत की गई थी। करीब 950 किमी की इस पदयात्रा में 200 से अधिक लोग शामिल है, जो रोजाना पंडरपुर के लिए कई किमी का पैदल रास्ता तय करते है। पैदल यात्रा में शामिल मुन्ना राठौर, नामदेव महाराज ,नंदू भाऊ स्वराज जामनेकर ने बताया कि भैंसदेही तहसील के वार्ड क्रमांक 1 भगत सिंह वार्ड में माँ पूर्णा उदगम स्थल पर पापमोचनी एकादशी पर हर साल महाप्रसादी (विशाल भंडारा) आयोजित किया जाता है। जिसमें शहर और महाराष्ट्र के पदयात्री शामिल होते है।
11 जुलाई को पंडरपुर पहुंचेगी पदयात्रा 
करीब एक माह से अधिक समय तक पैदल चलने के बाद पदयात्रा 11 जुलाई को पंडरपुर पहुंचेगी। जहां पदयात्रियों द्वारा पूजा-अर्चना कर पदयात्रा का समापन किया जायेगा। पदयात्रियों ने बताया कि पंडरपुर में विठोबा के रूप में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा की जाती है। यहां विठोबा का मंदिर भी है, जहां हर साल पदयात्री पहुंचकर पूजा-अर्चना करते है। भगवन विठ्ठल के दर्शन के लिए देश के कोने-कोने से पताका-डिंडी लेकर इस तीथस्थल पर लोग पैदल चलकर पहुंचते है।