बैतूल ।    जिले के आठनेर थाना क्षेत्र में आने वाले ग्राम सातनेर में नवजात शिशु को झाड़ियों में फेंके जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया। इस नवजात को एक कुता अपने मुंह में दबाकर घूम रहा था। ग्रामीणों की नजर पड़ी तो उन्होंने उसे कुत्ते के मुंह से उसे छुड़ाया और देखा तो नवजात की सांस चल रही थी। झाड़ियों में फेंके जाने की वजह से उसके शरीर पर जगह जगह चोट लगी हुई थी। इसके बाद ग्रामीणों ने तत्काल आठनेर पुलिस को सूचना दी और उसे आठनेर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद नवजात शिशु को जिला अस्पताल रेफर किया गया है। जिला अस्पताल के चिकित्सक आयुष श्रीवास्तव ने बताया कि आठनेर से करीब 12 सप्ताह के बच्चे को नाजुक अवस्था में सोमवार देर शाम लाया गया है। मां के गर्भ में उसके साढ़े छह से सात माह ही पूरे हुए हैं। उसका जन्म लगभग 12 घंटे पहले हुआ है। बालक का वजन एक किलो 400 ग्राम है। उसके दिल की धड़कन ना के बराबर है। सांस धीमी चल रही है। कुत्ते ने नवजात शिशु के बाएं पैर की तीसरी उंगली काटकर अलग कर दी है, हड्डियां नजर आ रही हैं। झाड़ियों में फेंके जाने की वजह से शरीर पर खरोंच हैं। उसकी हालत बेहद नाजुक है। आठनेर थाना प्रभारी विजय माहोरे ने बताया कि नवजात को जन्म देने वाली मां और उसे जिंदा झाड़ियों में फेंकने वालो का पता लगाया जा रहा है।