*मेंढा जलाशय के संघर्ष का हुआ शंखनाद*

*{राजा ठाकुर के नेतृत्व में मेंढा जलाशय संघर्ष समिति के साथ हजारों किसानो ने दिखाई ताकत}*

भैंसदेही:-भैंसदेही विकासखण्ड के अंतर्गत मेंढा जलाशय की ऊंचाई बढ़ाने निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक बुधवार को हजारों किसानों ने भैंसदेही पहुंचकर मेंढा जलाशय संघर्ष समिति के तत्वावधान में आयोजित एवं पूर्व भाजपा राष्ट्रीय परिषद सदस्य,जिला पंचायत सदस्य राजा ठाकुर के कुशल नेतृत्व में ऐतिहासिक रैली निकालकर तहसील कार्यालय पहुंच अनुविभागीय अधिकारी महोदय के नाम ज्ञापन सौंपकर इस मांग को मनवाने के लिए अपने संघर्ष का ऐतिहासिक शंखनाद कर दिया है बुधवार को दोपहर 12 बजे देखते ही देखते मेंढा जलाशय की ऊंचाई बढाने व जलाशय से क्षेत्र के किसानो को पानी मिलने को लेकर दूर दराज के क्षेत्रों के किसानों का धीरे धीरे उमड़ता जनसैलाब ने स्थानीय उमा लॉन में ऐतिहासिक आमसभा का रूप ले लिया।मेंढा जलाशय के पानी की मांग व अतिवृष्टि से फसलों की मार को लेकर किसानो ने मेंढा जलाशय संघर्ष समिति की उठाई आवाज को अपनी उपस्थिति देकर शासन के समक्ष गंभीरता से प्रस्तुत किया ।विशाल आमसभा को संरक्षक देवीदास खाड़े,पूर्व मंडी अध्यक्ष प्रमोद महाले,अनुसूचित जनजाति मोर्चा जिलाध्यक्ष सीताराम चडोकार,भाजपा मंडल महामन्त्री केशर लोखंडे,धामनगाव के किसान नेता मोरेश्वर पटेल,पूर्व भाजपा जिलाउपाध्यक्ष प्रदीपसिंह किलेदार ने किसानों को सम्बोधित करते हुए मेंढा जलाशय के संघर्ष के लिए किसानो द्वारा दिये गए भरपूर समर्थन के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।किसानों की सदैव चिंता करने वाले और मेंढा जलाशय की ऊंचाई बढ़ने से भैंसदेही विकासखण्ड की 4500 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई के साधन मिलने का कठोर संघर्ष करने वाले जननेता राजा ठाकुर ने कहा कि यह संघर्ष की प्रथम सीढ़ी है एक हजार से अधिक किसानो की उपस्थिति यह दर्शाती है कि मेंढा जलाशय की ऊंचाई बढ़ाना क्षेत्र के गरीब किसानों के लिए कितना आवश्यक है संघर्ष का क्रमबद्ध चरण मांग पूरी नही होने तक जारी रहेगा।तत्पश्चात एक किसानों का जनसैलाब उमा लॉन से प्रारम्भ होकर नगर के प्रमुख मार्गों से होता हुआ तहसील कार्यालय पहुंचा जहां हजारों किसानों की मौजूदगी में तहसीलदार नीरज कालमेघ को ज्ञापन सौंप कर शासन को अवगत करवाया की यदि सौपे ज्ञापन के बाद मांग पूरी नही होती है तो 28 सितंबर को झल्लार टप्पा तहसील मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन होगा उसके बावजूद भी यदि प्रशासन नही सुनेगा तो 7 अक्टूबर को बैतुल में पांच हजार से अधिक किसानों के साथ जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंच धरना प्रदर्शन के साथ ज्ञापन सौंपा जाएगा।आज आये किसानो ने अतिवृष्टि से खराब फसल के नुकसान को लेकर अपने अपने आवेदन किसानो के समक्ष प्रस्तुत किये,मेंढा जलाशय को लेकर प्रथम चरण में हजारों की संख्या में किसानों का जुड़ना आगामी आंदोलन की व्यापकता को दर्शाता है।