*मराठी भाषा में  रचित प्राचीन तापी  महात्मय पुराण  के हिंदी में अनुवादित  संस्करण का हुआ विमोचन*

*मुलताई।*✍️ विजय खन्ना 

मां ताप्ती के पौराणिक महत्व से उल्लेखित मराठी प्राकृत महात्म्य का हिंदी  भाषा में रूपांतरण कर प्रकाशित किए गए  तापी महात्म्य पुराण का गुरुवार को  गरिमामय  कार्यक्रम में विमोचन हुआ ताप्ती  सरोवर  परिक्रमा मार्ग पर स्थित संत गजानन महाराज मंदिर परिसर  में आयोजित विमोचन कार्यक्रम में मौनी महाराज , कथा वाचक आचार्य अशोक विश्वामित्रजी , विधायक सुखदेव पांसे ,पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष हेमंत शर्मा ,ताप्ती जन्मोत्सव  समिति के पुरुषोत्तम अग्रवाल , ज्योतिषाचार्य संजीव शर्मा  सहित अन्य गणमान्य नागरिक और ताप्ती भक्त  बड़ी संख्या में उपस्थित थे 

     गौरतलब है सूर्य पुत्री आदिगंगा का महात्म्य मराठी प्राकृत भाषा में उपलब्ध था। इस महात्म्य को सरल सुलभ हिंदी भाषा में जन जन तक पहुंचाने के लिए ताप्ती मंदिर के पुजारी पंडित सौरभ दत्तात्रेय जोशी ने संशोधित कर हिंदी में अनुवादित कर प्रकाशित किया है। विमोचन कार्यक्रम में वृंदावन निवासी कथावाचक अशोकाचार्य महाराज ने कहां मां ताप्ती की महिमा अपार है और इस महिमा को आम जन तक पहुंचाने के लिए तापी महात्मय पुराण का हिंदी संस्करण उल्लेखनीय भूमिका निभाएगा अशोकाचार्य  महाराज ने ताप्ती की महिमा पर  प्रकाश डाला विधायक श्री पांसे ने तापी महात्मय पुराण के माध्यम से ताप्ती की महिमा सुलभ भाषा में आम जन तक पहुंचाने के लिए  पंडित सौरभ जोशी को साधुवाद देते हुए हर ताप्ती भक्त को अपने स्तर पर मां ताप्ती के पौराणिक महत्व के प्रचार प्रसार में सक्रिय भूमिका निभाने की जरूरत बताई  कार्यक्रम में अन्य वक्ताओं ने भी पंडित सौरभ जोशी द्वारा किए गए इस पुनीत कार्य की सराहना करते हुए उन्हें साधुवाद दिया  कार्यक्रम में पंडित सौरभ जोशी ने बताया उनकी पांच पीढ़ी से परिवार मां ताप्ती की सेवा में जुटा हुआ है पंडित जोशी ने बताया मां तापी महात्मय पुराण की संवत 1624 में लोकनाथ सोलंकी महाराज ने मराठी भाषा  में रचना की थी लेकिन हिंदी भाषी  श्रद्धालु इसका पठन नही कर पाते थे इसलिए उन्होंने पुराण का हिंदी अनुवाद किया है कार्यक्रम का संचालन पंडित प्रवीण जोशी ने किया और आभार ताप्ती प्रचार समिति के राजू पाटनकर ने  व्यक्त किया