गर्ल फ्रेंड को परेशान करने की वजह से आरोपियों ने हत्याकांड को दिया था अंजाम
गर्ल फ्रेंड को परेशान करने की वजह से आरोपियों ने हत्याकांड को दिया था अंजाम
बैतूल l कोतवाली पुलिस ने अंधे कत्ल के दो नाबालिग आरोपियों को गिरफ्तार कर हत्या का खुलासा कर दिया है हत्या की वजह गर्लफ्रेंड बताई जा रही है l दरअसल दो फरवरी को खंजनपुर के एक कुएं में युवक का शव मिला था पास ही घटना स्थल पर शराब की बोतल पानी गिलास और खून से सनी मिट्टी मिली और युवक को घसीटने के निशान मिले थे l
कोतवाली पुलिस ने पुलिस अधीक्षक बैतूल श्री निश्चल एन. झारिया के निर्देश पर अति. पुलिस अधीक्षक श्रीमती कमला जोशी एवं एसडीओपी सुश्री शालिनी परस्ते के मार्गदर्शन में , फोरेंसिक एक्सपर्ट एवं साइबर सेल की टीम ने ।अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध अपराध क्रमांक 100/2025 धारा 103(1), 238 बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ की।
दिनांक 02 फरवरी 2025 को सूचना प्राप्त हुई कि संदीप मालवीय के खेत, किदवई वार्ड, खंजनपुर में स्थित कुएं में एक शव पड़ा हुआ है। घटनास्थल पर शराब की बोतलें, डिस्पोजल गिलास, पानी की बोतल, खून के धब्बे और शव को घसीटने के निशान पाए गए।कोतवाली पुलिस द्वारा SDERF टीम की मदद से शव को बाहर निकाला गया। मृतक के गले, सीने, पेट और सिर पर धारदार हथियार से किए गए 20-25 घाव मिले। मृतक की पहचान उसके पिता ने राहुल नाईक (24 वर्ष), निवासी मोतीवार्ड, बैतूल के रूप में थी l
*हत्या का कारण और जांच में खुलासा*
सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल्स एवं तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर दो नाबालिग आरोपियों को गिरफ्तार किया गया
पूछताछ में उन्होंने बताया कि 31 जनवरी 2025 को जय हिंद ढाबे के पास मृतक राहुल नाईक से झगड़ा हुआ था।
मृतक, एक आरोपी की गर्लफ्रेंड को परेशान करता था, जिससे बदला लेने की योजना बनाई गई।
आठ आरोपियों ने किदवई वार्ड, खंजनपुर के खेत में बैठकर शराब पी थी एक आरोपी ने राहुल नाईक को फोन कर वहां बुलाया
जब राहुल वहां पहुंचा, तो उसे जबरदस्ती शराब पिलाई गई और फिर उसके सिर पर शराब की बोतल फोड़ दी और
चाकू से उसके गले, छाती और पेट पर 20-25 बार वार कर उसकी हत्या कर दी थी और राहुल के शव को कुएं में घसीटकर फेंक दिया था l गिरफ्तार दोनों नाबालिग आरोपियों को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया गया।
घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन जब्त किया गया।
*पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका*
इस सफलता में थाना प्रभारी निरीक्षक रविकांत डेहरिया, सीन ऑफ क्राइम एक्सपर्ट निरीक्षक आबिद अंसारी उनि पंचम सिंह उईके, प्रआर विनय (203), शुभम (164), अरविंद (185), आरक्षक नितिन (56), शिव कुमार (369), अनिल बेलवंशी (83), प्रदीप कहार (703), अनुज यादव (520), दुर्गेश (432) एवं साइबर सेल के राजेंद्र ढाडसे, बलराम राजपूत की महत्वपूर्ण भूमिका रही।