ग्वालियर ।  जीवाजी विश्वविद्यालय के ला विभाग के टीचरों ने बिल्डिंग पर ताला लगा दिया है। ताला लगाने से पहले उन्होंने भवन में मौजूद सभी छात्रों को बाहर निकाल दिया। टीचरों ने विरोध का यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि मंगलवार को शराब के नशे में छात्रों ने ला विभाग में न केवल तोड़फोड़ की थी। बल्कि रोकने पर दो शिक्षकों से मारपीट भी कर दी थी। अभी तक इन छात्रों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इससे शिक्षक नाराज थे और उन्होंने बुधवार को पढाने से इनकार कर दिया और ला भवन पर ताला डालने का निर्णय ले लिया। घटना से शिक्षकों में काफी आक्रोश था। उनका कहना था कि जब तक कार्रवाई नहीं होगी तब तक वे काम नहीं करेंगे। जीवाजी विश्वविद्यालय के ला संस्थान में मंगलवार को शराब के नशे में धुत्त दो विद्यार्थियाें ने तोड़फोड़ कर दी। साथ ही दो शिक्षकों के साथ मारपीट भी की। इस विवाद के बाद भीड़ इकट्ठा हुई तो दोनों विद्यार्थी मौके से भाग गए। दोनों की पहचान बीकाम सातवें सेमेस्टर के विद्यार्थी विशाल भदौरिया व छठवें सेमेस्टर के छात्र विशाल तिवारी के रूप में हुई। इससे पहले भी दोनों विद्यार्थियाें का नाम गोलीकांड में आया था। इस हंगामे के बाद मामला विश्वविद्यालय थाने पहुंचा। इन दोनों के मामले को प्रोक्टोरियल बोर्ड को सौंप दिया गया है। वहीं विश्वविद्यालय थाना पुलिस भी मौके पर जांच के लिए पहुंची थी। जीवाजी विश्वविद्यालय के ला संस्थान में क्लास चल रही थी। शिक्षक जावेद कुरैशी कक्षा में पढ़ा रहे थे। शाम को चार बजे विशाल भदौरिया व विशाल तिवारी शराब के नशे में कक्षा में पहुंच गए। जब शिक्षक ने उनसे जाने के लिए कहा तो हंगामा करने लगे। इसके बाद जावेद कुरैश के साथ हथापाई करना शुरू कर दिया। उन्होंने बचाने के लिए शिक्षक अमित गोपीनाथन पहुंचे ताे उनके साथ भी मारपीट कर दी। संस्थान में रखा गमला गोपीनाथन के ऊपर फेंक दिया। इसके अलावा ईंट व पत्थर भी फेंके, जिससे संस्थान में विद्यार्थी दहशत में आ गए। संस्थान के डायरेक्टर गणेश दुबे भी मौके पर पहुंचे और उनके साथ भी अभद्रता की। दोनों विद्यार्थी धमकी देकर भाग गए। घटना की जानकारी मिलने पर कुलपति प्रो. अविनाश तिवारी, कुलसचिव डा. सुशील मंडेरिया, प्रोक्टर डा. हरेंद्र शर्मा भी संस्थान में पहुंच गए थे। कुलपति ने डायरेक्टर प्रो. दुबे से मामले की लिखित जानकारी मांगी है। ला संस्थान के डायरेक्टर ने कुलपति, कुलसचिव व प्रोक्टोरियल बोर्ड को शिकायत की है। इन दोनों विद्यार्थियों का ला संस्थान में हुई गोलीकांड में भी नाम सामने आया था। ये दोनों छात्र जेयू के अध्ययन में अध्ययनरत हैं और बीकाम कर रहे हैं।

दो दिन से परीक्षा भवन में दे रहे थे धमकीः दो दिन पहले से विशाल भदौरिया अपने साथियों के साथ परीक्षा भवन जा रहा था। इस दौरान शिक्षक रामशंकर को धमकाते हुए कहा था कि उनका रिश्तेदार परीक्षा दे रहा हैं, उन्हें नकल करने दें। यदि किसी ने नकल करने से रोका तो उसके परिणाम गंभीर होंगे। छात्र ने शिक्षक के साथ गाली-गलौच भी की। गत दिवस वीक्षक ने कमरा नंबर 7 में बीकाम द्वितीय वर्ष के छात्र को नकल के साथ पकड़ लिया था। वीक्षक छात्र को लेकर सहायक केंद्राध्यक्ष डा. जनार्दन तिवारी के पास पहुंचे तो छात्र ने उनके साथ गाली-गलौच की। छात्र के खिलाफ नकल प्रकरण नहीं बना। भय के माहौल में नहीं करा सकते परीक्षाः परीक्षा भवन में बने भय के माहौल को देखते हुए वरिष्ठ केंद्राध्यक्ष प्रो. संजय कुलश्रेष्ठ ने जेयू प्रबंधन को पत्र लिखा है। उन्होंने बताया है कि परीक्षा में नकल करने को लेकर आए दिन अधिकारियों के साथ-साथ वीक्षकों को धमकियां मिल रही हैं, जिससे सभी में भय का माहौल है। ऐसे माहौल में परीक्षा कराना संभव नहीं है।

वर्जन- विभाग की अनुशासन समिति व प्रोक्टोरियल बोर्ड की रिपोर्ट के बाद दोनों पर कार्रवाई की जाएगी। इनसे जो रिपोर्ट आएगी, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

प्रो अविनाश तिवारी, कुलपति जेयू

वर्जन- विशाल भदौरिया व विशाल तिवारी ने संस्थान में तोड़फोड़ की और शिक्षकों के साथ मारपीट की है। ये दोनों नशे में थे। इन पर कार्रवाई के लिए कुलपति व कुलसचिव को पत्र लिखा है और प्रोक्टोरियल बोर्ड को भी केस भेज दिया है। दोनों छात्र पहले भी हंगामा कर चुके हैं।

गणेश दुबे, डायरेक्टर ला संस्थान जेयू