तापी सम्पूर्ण परिक्रमा पदयात्रा का गुजरात में हुआ प्रवेश*

*मां तापी सम्पूर्ण परिक्रमा पदयात्रा का गुजरात में हुआ प्रवेश*
मुलताई ✍️ विजय खन्ना
पुण्यसलिला सूर्यपुत्री मां ताप्ती के उदगम स्थल से बीते 2 जनवरी को प्रारंभ हुई मां तापी संपूर्ण परिक्रमा पदयात्रा का गुरुवार को गुजरात प्रदेश में प्रवेश हो गया।त्याग तपस्या समर्पण और आस्था का ध्वजा लेकर बीते 2 जनवरी को तापी उद्गम स्थल से रवाना हुए पदयात्रियों ने 22 दिन मे
प्रतिदिन लगभग 30 किमी चलते हुए 650 किमी से अधिक दूरी का सफर तय कर गुरुवार को गुजरात प्रदेश की सीमा में प्रवेश किया है।परिक्रमा पदयात्रा संयोजक संजय ( राजू )पाटनकर ने बताया
गुरुवार को पदयात्रा गुजरात महाराष्ट्र की सीमा पर स्थित ग्राम पीपलोद पहुंची ।यहां से पदयात्री देवाला होकर वाका चार रास्ता में रात्रि विश्राम करेंगे। जहां से दक्षिण तट से होते हुए आगामी 1फ़रवरी को शाम 5 बजे पदयात्रा समुद्र संगम डूम्मस पहुंचेगी। और 2 फ़रवरी को उत्तर तट हजीरा से उद्गम स्थल मुलताई के लिए पदयात्रा प्रारंभ होगी। जो 10 फ़रवरी तक गुजरात के सूरत , नर्मदा और तापी जिले से होकर महाराष्ट्र के प्रकाशा तीर्थ पहुंचेगी। जहां से महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के तीन तीन जिलों से चलकर 5 मार्च को मां तापी के उद्गम स्थल पर शाम को पहुंचकर यात्रा को विराम दिया जाएगा । श्री पाटणकर ने बताया पदयात्रा के मार्ग में स्थित सभी ग्रामों और नगरों में श्रद्धालुओं द्वारा पद यात्रियों का भव्य स्वागत कर उत्साहवर्धन किया जा रहा है। साथ ही कुछ दूरी तक यह लोग पदयात्रा में भी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। वहीं पदयात्रा में शामिल पदयात्री यात्रा के दौरान मां ताप्ती के तट पर स्थित प्राकृतिक सौंदर्य का दर्शन करते हुए मां ताप्ती के जयकारे लगाते हुए मंजिल की ओर बढ़ रहे हैं।