खरगोन   मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के मंडलेश्वर थाना क्षेत्र के एक गांव धरगाव में बुधवार देर रात करीब 5  सन्दिग्धों को लोगों ने पकड़ा। गांव वालों को शंका थी की यह लोग खरगोन में हुई हिंसा में शामिल थे ओर यहां आ कर छुप रहे हैं। इस बात पर गांव के एक वर्ग विशेष ने शाहरुख के घर हमला बोल दिया। पुलिस ने मौके पर पहुचकर वहां खरगोन से आए लोगों को सुरक्षित निकाला ओर अपने साथ थाने ले गई। इस बीच ग्रामीणों में भारी आक्रोश के चलते पुलिस को हल्का बल का प्रयोग करना पड़ा। खरगोन के मंडलेश्वर थाना क्षेत्र में पड़ने वाले धरगांव में मस्जिद गली में रहने वाले शाहरुख के घर खरगोन से आए तीन संदिग्ध लोगों के छुपे होने की सूचना ग्रामीणों को मिली थी। सूचना मिलने के बाद गांव के रहने वाले वर्ग विशेष के लोग एकत्रित हो गए।  जिसके बाद उन्होंने शाहरुख के घर जाकर अपना विरोध जताया। ग्रामीणों का कहना था कि उन्होंने खरगोन हिंसा के दोषियों को शरण दे रखी है। जबकि शाहरुख उन्हें अपना परिजन बताते रहा। मामला बढ़ता देख किसी ने पुलिस को सूचित किया। पुलिस मौके पर पहुंची और शाहरुख के यहां खरगोन से आए लोगों को अपने साथ ले जाने लगी। इसी बात पर ग्रामीणों ने नाराजगी जताते हुए शाहरुख के घर पर हमला बोल दिया ।

जिसके बाद शाहरुख के घर तोड़फोड़ भी हुई।। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए यहां मौजूद भीड़ को तितर-बितर करने हल्का बल प्रयोग किया। पुलिस शाहरुख के घर से 3 लोगों को और एक अन्य जगह से दो संदिग्ध लोगों को अपने साथ लेकर मंडलेश्वर थाने चली गई। धरगांव में  शाहरुख के परिजनों से बात करने पर उनके एक परिजन शाहिद ने बताया कि रात में गांव के कुछ लोग उनके घर के बाहर इकट्ठा हो गए थे। उनका कहना था कि हमने खरगोन हिंसा के गुनहगारों को पनाह दी है। लेकिन ऐसी कोई बात नहीं है। खरगोन में हिंसा के बाद वहां के हालातों को देख डरकर हमारे कुछ रिश्तेदार यह आ गए थे। लेकिन ग्रामीण लोगों ने उसे गलत तरह से लिया। शाहिद ने बताया कि गांव वालों ने उनके घर तोड़फोड़ भी की है। समय रहते पुलिस पहुंच गई। जिसके बाद हमने खरगोन से आए हमारे रिश्तेदारों को उनके सुपुर्द कर दिया। जिन्हें वह अपने साथ लेकर मंडलेश्वर थाने चले गए। शाहिद ने बताया कि उन्होंने अपने यहां हुई तोड़फोड़ की शिकायत नहीं की है। हम नहीं चाहते कि हमारे गांव का भी माहौल खराब हो।