आर्थिक संकट से गुजर रहे श्रीलंका के केंद्रीय बैंक ने देश में लगातार बढ़ रही मुद्रास्फीति को काबू में करने के लिए ब्याज दरों में 700 आधार अंकों का इजाफा करने का फैसला लिया है। यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब श्रीलंका के मुख्य विपक्षी दल एसजेबी ने राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे की सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की घोषणा की हुई है।

श्रीलंका के केंद्रीय बैंक के मौद्रिक बोर्ड ने स्थायी जमा सुविधा दर और स्थायी उधारी सुविधा दर में 700 बेसिस प्वाइंट का इजाफा करते हुए इन्हें क्रमश: 13।50 फीसदी और 14।50 फीसदी करने का फैसला किया। यह वृद्धि शनिवार से प्रभाव में आ गई है। मौद्रिक बोर्ड ने कहा कि मांग बढ़ने, घरेलू आपूर्ति में व्यवधान, विनिमय दर मूल्यह्रास और वैश्विक स्तर पर जिसों की ऊंची कीमतों के कारण आने वाले समय में मुद्रास्फीति का दबाव बढ़ेगा। इस बीच श्रीलंका वित्तीय सहायता के लिए 11 अप्रैल को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से वार्ता शुरू करेगा। बीते दो साल में श्रीलंका का विदेशी मुद्रा कोष करीब 70 फीसदी घटकर मार्च माह के अंत तक 1।93 अरब डॉलर रह गया। मार्च में मुद्रास्फीति भी बढ़कर 18।7 फीसदी पर पहुंच गई।