दमोह उपचुनाव में पार्टी से किए गए थे निलंबित 


भोपाल । भाजपा के वरिष्ठ नेता जयंत मलैया के सुपुत्र सिद्धार्थ मलैया की दो वर्ष में ही भाजपा में वापसी हो गई। सिद्धार्थ मलैया को वर्ष 2021 में दमोह उपचुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण छह वर्ष के लिए निलंबित कर दिया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में गुरुवार को सिद्धार्थ को फिर से पार्टी की सदस्यता दी गई। सिद्धार्थ पूर्व मंत्री जयंत मलैया के बेटे हैं। उनके साथ मनीष तिवारी, अभिलाष हजारी, अजय सिंह, संतोष रोहित और देवेंद्र राजपूत ने भी फिर से पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। ये सभी नेता मंडल अध्यक्ष थे और इन्हें भी सिद्धार्थ मलैया के साथ उपचुनाव में पार्टी विरोधी कार्यों के चलते बाहर किया गया था। पार्टी के प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णु दत्त शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद और प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा की उपस्थिति में प्रदेश कार्यालय में इन नेताओं को फिर से पार्टी की सदस्यता दिलवाई गई। वरिष्ठ नेताओं ने सिद्धार्थ को अंगवस्त्र पहनाकर पार्टी में उनका फिर से स्वागत किया। इस दौरान सिद्धार्थ ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व के समक्ष मेरी घर वापसी हुई है। भाजपा व प्रदेश नेतृत्व ने हमें स्वीकार किया है। इसके लिए मैं पार्टी नेतृत्व का आभार व्यक्त करता हूं। पार्टी हमें जो दायित्व देगी हम उस पर खरे उतरेंगे।बता दें कि दमोह उपचुनाव में कांग्रेस छोड़कर आए राहुल सिंह लोधी को भाजपा ने अपना प्रत्याशी बनाया था। भाजपा को इस उपचुनाव में पराजय मिली थी। कांग्रेस के अजय टंडन जीत गए थे। राहुल सिंह लोधी ने 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था और भाजपा प्रत्याशी जयंत मलैया को हराया था। कमल नाथ सरकार गिरने के बाद राहुल कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए थे। भाजपा ने पूर्व मंत्री जयंत मलैया को भी उपचुनाव में पराजय के बाद नोटिस जारी किया था। माना गया था कि भितरघात की वजह से पार्टी की हार हुई है।