भोपाल । पीथमपुर में 1300 करोड़ रुपए से अधिक के पीथमपुर सेक्टर-5, 6 के साथ सेक्टर 7 के लोकार्पण-भूमिपूजन और महिला उद्यमी पार्क की घोषणा की गई, जिसका खुलासा तीन दिन पहले अग्निबाण ने ही कर दिया था। वहीं अब 10 नवम्बर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मुंबई जाकर देश के शीर्ष उद्योगपतियों से वन-टू-वन चर्चा करेंगे। सूत्रों के मुताबिक कुमार मंगलम् बिड़ला, टाटा के चंद्रशेखरन के अलावा अम्बानी समूह और फार्मा सेक्टर के दिग्गजों से मुलाकात होगी और इन्हें इंदौर में आयोजित होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में शामिल होने का न्यौता भी दिया जाएगा। फार्मा सेक्टर के कई बड़े दिग्गज मध्यप्रदेश आना चाहते हैं और पिछले दिनों पीथमपुर में कई फार्मा कम्पनियों ने अपने उद्योग शुरू करने की प्रक्रिया भी की और एमपीएसआईडीसी ने जमीनें आबंटित की है।
पीथमपुर में तो एमपीएसआईडीसी के पास जमीन-भूखंड ही नहीं बचे हैं और कम्पनियों की लाइन लगी है। कोरोना के बाद भी तेजी से निवेश हो रहा है और फार्मा, ऑटो मोबाइल के साथ फूड प्रोसेसिंग, आईटी कम्पनियों ने विशेष रुचि दिखाई है। एमपीएसआईडीसी द्वारा इंदौर, पीथमपुर इकोनॉमिक कॉरिडोर भी निर्मित किया जा रहा है, तो अभी सेक्टर-5 और 6 का कल मुख्यमंत्री ने लोकार्पण किया। वहीं 550 करोड़ रुपए की राशि सेक्टर-7 को विकसित करने पर खर्च की जाएगी, उसका भूमिपूजन भी किया गया। मध्यप्रदेश में औद्योगिक उत्पादन में प्रमुख भूमिका निभाने के लिए मुख्यमंत्री ने पीथमपुर की सराहना करते हुए कहा कि यह रोजगार देने की राजधानी भी बन गई है और अब एसडीओ का स्थायी कार्यालय भी यहां खोला जाएगा। इंदौर-उज्जैन संभाग के विभिन्न जिलों द्वारा एक जिला-एक उत्पाद के तहत लगाई गई प्रदर्शनी का भी उन्होंने अवलोकन किया और 50 एकड़ में विकसित होने वाले महिला उद्यमी पार्क के कुछ आबंटन-पत्र भी महिला उद्यमियों को सौंपे। वहीं दूसरी तरफ जनवरी में इंदौर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन और उसके बाद ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट आयोजित की जाना है, जिसकी तैयारियां शासन स्तर पर शुरू हो गई है और अभी 10 नवम्बर को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान मुंबई की होटल ताज प्रेसिडेंट में देश के जाने-माने और बड़े औद्योगिक घरानों के प्रमुखों से मुलाकात करेंगे। इसमें टाटा, बिड़ला, अम्बानी के अलावा अन्य उद्योगपति तो शामिल रहेेंगे, वहीं फार्मा सेक्टर के भी दिग्गजों से भी मिलेंगे। सिप्ला, माइलोन, केडिला, ल्यूपिन, सेंट्रल ड्रग्स, एलकेएम सहित कई बड़ी फार्मा कम्पनियां मध्यप्रदेश में निवेश करना चाहती है। पीथमपुर के ही सेज में फार्मा क्लस्टर में कई कम्पनियां आ गई और मेडिकल डिवाइस पार्क पर भी काम चल रहा है। मुंबई के बाद हैदराबाद, बैंगलुरु का भी मुख्यमंत्री द्वारा कर सीएम वन-टू-वन चर्चा करेंगे।