इंटरनेशिया मार्केटिंग कंपनी के दफ्तर पर एसडीएम का छापा, कार्यालय सील


कई युवाओं को कंपनी ने लगाया चूना, कर्ताधर्ता को बचाने दलाल सक्रिय

बैतूल। सदर में लिंक रोड पर ममता मेटरनिटी नर्सिंग होम्स के सामने स्थित इंटरनेशनल मार्केटिंग कंपनी के दफ्तर पर आखिर मंगलवार को एसडीएम, तहसीलदार और टीआई की टीम ने छापा मार दिया। दरअसल, मार्केटिंग कंपनी द्वारा कई युवाओं से नौकरी दिलाने के बहाने लाखों रूपए की राशि के वारे-न्यारे कर दिए थे। पिछले दिनों कई शिकायतकर्ताओ ने अधिकारियों को शिकायत की थी।  इसके बाद प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम ने कंपनी के दफ्तर पर छापा मारा। अधिकारियों ने कम्पनी का दफ्तर सील कर जांच शुरू कर दी है। इधर, कंपनी के दफ्तर में दलालनुमा लोग संचालक को बचाने के लिए अचानक सक्रिय हो गए। हालांकि प्रशासन के ईमानदार अधिकारियों ने दलालनुमाओं को चलते कर दिया। 

शहर में कई मार्केटिंग कंपनियों ने आमद देकर युवाओं को ठगने में कोई कसर नहीं छोड़ी। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इन कंपनियों ने प्रशासन से अनुमति लिए बिना संचालन शुरू कर दिया है। बड़े और ऑलीशान दफ्तर खोलकर बेरोजगार युवाओं को सब्जबाग दिखाकर लाखों रूपए ठगने के बाद इन कंपनियों की असलियत सामने आ रही है। ताजा मामला इंटरनेशिया मार्केटिंग कंपनी लिंक रोड द्वारा युवाओं को ठगी करने का मामला सामने आया। 27 फरवरी और 1 मार्च को कैलाश वसूले, वैशाली मोखड़े और पूजा समेत अन्य लोगों ने कलेक्टर और एसडीएम को शिकायत कर कंपनी के फर्जीवाड़े की शिकायत की थी, इन्होंने बताया था कि कागजात पर हस्ताक्षर कंपनी ने उनसे हजारों रूपए की राशि ले ली है, लेकिन नौकरी दिलाने के नाम पर धोखा दिया गया। संबंधितों ने अपने खून पसीने और उधार ली गई राशि वापस दिलाए जाने का कलेक्टर से आग्रह भी किया था। इनमें से एक युवक कैलाश ने बताया था कि उसने कंपनी के कर्ताधर्ताओं से रूपए वापस मांगे तो यहां कार्यरत युवतियों से थाने में झूठी शिकायत कर मामला दर्ज करवा दिया गया। कलेक्टर ने मंगलवार को जनसुनवाई में दोबारा शिकायत पहुंचने पर एसडीएम और तहसीलदार को कार्रवाई के निर्देश दिए थे। 

-- टीम पहुंची तो बड़ी संख्या में बेरोजगार मिले--

एसडीएम अभिषेक चौरसिया, तहसीलदार अतुल श्रीवास्तव और कोतवाली टीआई देवकरण डहेरिया की संयुक्त की टीम मंगलवार दोपहर सदर स्थित इंटरनेशिया मार्केटिंग कंपनी के दफ्तर पहुंची तो वह अचंभित रह गई। दरअसल यहां बड़ी संख्या में बेरोजगार युवक और युवतियां मौजूद थी, जिन्हें नौकरी के नाम पर प्रशिक्षण दिया जा रहा था। एसडीएम और तहसीलदार ने यहां के कर्ताधर्ताओं से अनुमति और अन्य दस्तावेज मांगे है। जानकारी के मुताबिक प्रशिक्षण के नाम पर मौजूद युवक-युवतियों से भी चर्चा की जा रही है। संभावना है कि मार्केटिंग कंपनी के बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हो सकता है। समाचार लिखे जाने तक अधिकारी मामले की जांच में लगे हुए है। फिलहाल प्रशासन को कम्पनी में कई अनियमितता मिली है। कुछ कागजात जप्त कर लिए गए है औऱ दफ्तर को सील कर दिया गया है। 

इनका कहना...

कम्पनी द्वारा  नौकरी दिलाने के नाम पैसे लेने की शिकायत के बाद छापा मारा गया था। शुरुआती जांच में कमर्शियल अनुमति न मिलने की जानकारी मिली हैं। अन्य दस्तावेज जब्त किए गये है। श्रम अधिकारी को एसडीएम साहब ने जांच सौंपी है, तब तक कम्पनी का कार्यालय भी बन्द सील किया जाएगा।

अतुल श्रीवास्तव, तहसीलदार, बैतूल