डिजिटल प्लेटफार्म के विकास के साथ कुछ फिल्मकारों और कलाकारों को बहुत फायदा मिला है। उन्हें अपने मनपसंद और प्रायोगिक भूमिकाएं करनेे को मिल रही है।

अभिनेता राजपाल यादव भी उन्हीं में से एक हैं। इसीलिए वह वर्तमान को मनोरंजन जगत के लिए स्वर्णिम दौर मानते हैं। दैनिक जागरण से बातचीत में राजपाल कहते हैं, ‘सिनेमा जगत की कार्यशैली को दो भागों में बांटा जा सकता है, पहला कोरोना काल से पहले और दूसरा कोरोना काल के बाद।

कोरोना काल के बाद डिजिटल प्लेटफार्म का समय आ गया। अब पूरी दुनिया एक छोटे गांव की तरह हो गई है। जीपीएस में सबका पता है और गूगल में सभी की लोकेशन है। डिजिटल प्लेटफार्म ने मनोरंजन उद्योग को एक नया आकार दिया है। हम भाग्यशाली हैं कि हम इंटरनेट मीडिया के आने से पहले से ही स्थापित लोग हैं। मैं स्वयं को भाग्यशाली समझता हूं कि आज के बच्चे भी कभी मीम तो कभी रील्स के माध्यम से अपना प्यार देते हैं।

यह मनोरंजन उद्योग का स्वर्णिम दौर है, जो कम से कम अगले दस साल तक रहेगा। पहले लोगों को समस्या थी कहानी तो अच्छी है, लेकिन वो रिलीज कैसे होगी? जब फिल्मकार की रिलीज करने की चिंता खत्म हो जाए, तो इससे वैश्विक स्तर पर प्रायोगिक सिनेमा को बहुत फायदा है।

जिनको बड़े पर्दे पर अपना हुनर दिखाने का मौका नहीं मिला, वो कहीं न कहीं डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से अपनी कला की अभिव्यक्ति कर रहे हैं।’ राजपाल आगामी दिनों में फिल्म वेलकम टू जंगल में नजर आएंगे।