अहमदाबाद | कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सूरत की कोर्ट ने मानहानि के एक केस में दो साल की सजा सुनाई है| निचली अदालत के फैसले को सूरत के सेशन्स कोर्ट में चुनौती देने राहुल गांधी सोमवार को सूरत आएंगे| राहुल गांधी के साथ लीगल टीम भी आएगी जो सूरत की कोर्ट में अपील करेगी| बता दें कि राहुल गांधी ने एक चुनावी भाषण के दौरान कहा था ‘सभी चोर मोदी ही क्यों होते हैं?’ इस मामले में भाजपा के विधायक और पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने सूरत कोर्ट में राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का केस दायर किया था| गत 23 मार्च को कोर्ट ने राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई थी| साथ ही सेशन्स कोर्ट में अपील करने के लिए राहुल गांधी को 30 दिन की मोहलत भी दी थी| फैसले के 10 दिनों बाद राहुल गांधी सूरत की निचली अदालत के फैसले के खिलाफ सेशन्स कोर्ट में अपील दायर करने 3 अप्रैल को सूरत आ रहे हैं| राहुल गांधी अपनी लीगल टीम के साथ आएंगे और सूरत की कोर्ट में अपील करेंगे| दिल्ली के कुशल वकीलों की टीम कोर्ट में राहुल गांधी की पैरवी करेंगे| बता दें कि दो साल की सजा के फैसले के बाद राहुल गांधी की संसद की सदस्यता रद्द कर दी गई थी| साथ ही उन्हें 22 अप्रैल तक सरकारी आवास खाली करने की भी नोटिस जारी कर दी गई है| यह घटना 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले की है जब कर्नाटक के कोलार में एक रैली के दौरान राहुल गांधी ने कहा था, ‘सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है, चाहे वह ललित मोदी हो या नीरव मोदी हो चाहे नरेंद्र मोदी।’ इसके बाद सूरत पश्चिम के भाजपा विधायक और राज्य के पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने राहुल के खिलाफ मानहानि का केस किया था। उनका कहना था कि राहुल गांधी ने हमारे पूरे समाज को चोर कहा है और यह हमारे समाज की मानहानि है। इस केस की सुनवाई के दौरान राहुल गांधी तीन बार कोर्ट में पेश हुए थे। आखिरी बार अक्टूबर 2021 की पेशी के दौरान उन्होंने खुद को निर्दोष बताया था।