बड़वानी ।   शहर में पिछले आठ दिन के दौरान एक महिला की हत्या और एक युवती का बंद कमरे में मिले शव का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस मामले को लेकर मंगलवार दोपहर को जिला मुख्यालय पर सकल हिंदू समाज के नेतृत्व में लोगों ने धरना-प्रदर्शन किया। पुराने कलेक्टोरेट के सामने दो घंटे धरना देकर लोग कारंजा चौराहा पहुंचे, यहां कोई जिम्मेदार के नहीं पहुंचने पर लोगों ने चक्काजाम कर दिया। करीब आधे घंटे तक मार्ग पर यातायात प्रभावित हुआ। हालांकि इसके बाद लोग रोड किनारे होकर विरोध करते रहे। करीब सवा पांच बजे तक मौके पर कोई जिम्मेदारी अधिकारी नहीं पहुंचा, इसके बाद लोग रैली के रूप में नए कलेक्टोरेट सेगांव की ओर रवाना हुए और मुख्य द्वार के बाहर बैठ गए। यहां पर भी काफी देर तक इंतजार व प्रदर्शन के बाद कलेक्टर को ज्ञापन देकर अपनी बात रखी।

बता दें कि बावनगजा रोड पर मिले महिला के शव मामले में आरोपित को पुलिस जेल भेज चुकी है। वहीं बंद कमरे में मिली युवती मामले में, उक्त कमरे में किराए से रहने वाले युवक का शव नर्मदा से बरामद हुआ है। इस मामले में पुलिस जांच की बात कह रही हैं। वहीं दोनों ही मामलों को लेकर लगातार निष्पक्ष और उच्च स्तरीय जांच की मांग उठ रही है। इसको लेकर इंटरनेट मीडिया पर बावनगजा मार्ग पर मृत भावना राठौड़ केस में जांच की मांग और सुख विलास में बंद कमरे में मृत मिली युवती मामले में एक से अधिक आरोपित शामिल होने की आशंका व्यक्त की जा रही है।

कलेक्टोरेट में भी लगाए नारे, कलेक्टर-एसपी को सौंपा ज्ञापन, ज्ञापन में पूछे पुलिस से सवाल

रैली के रूप में जनसमूह कलेक्टोरेट पहुंचा। सकल हिंदू समाज के नेतृत्व में विभिन्न समाजों के लोगों ने मुख्यमंत्री व गृहमंत्री के नाम का ज्ञापन कलेक्टर डा राहुल फटिंग एवं एसपी पुनीत गेहलोद को सौंपा। इस दौरान मुख्यालय पर दो महिलाओं की हत्या मामले में संतुष्टिपूर्ण जांच नहीं करने के आरोप लगाए। साथ ही पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान करने की मांग की। ज्ञापन में बताया कि नवरात्र के दौरान दो महिलाओं की हत्या हुई और रामनवमी पर्व की आड़ में पुलिस ने अप्रत्यक्ष रूप से अपराधियों को संरक्षण प्रदान किया। ज्ञापन में मांग की गई कि पुलिस महानिदेशक के नेतृत्व में राज्य स्तर से अनुभवी पुलिस अधिकारियों का जांच दल गठित कर इन हत्याकांड की निष्पक्ष जांच करवाई जाए। कलेक्टर ने ज्ञापन लेकर उनकी बात को वरिष्ठों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया।

भोपाल तक पहुंचा मामला, निष्पक्ष जांच की मांग

वहीं बड़वानी जिला मुख्यालय का मामला अब प्रदेश की राजधानी भोपाल तक पहुंच गया है। इस मामले को लेकर लोकसभा सांसद गजेंद्रसिंह पटेल ने बड़वानी थाना अंतर्गत भावना राठौड़ की 27 मार्च और 20 वर्षीय युवती की 31 मार्च को जघन्य हत्या के संबंध में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को पत्र लिखा। पत्र में सांसद पटेल ने लिखा कि बड़वानी में हुई दो महिलाओं की हत्या के संबंध में यादव समाज के प्रतिनिधि मंडल द्वारा ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई का अनुरोध किया है। इस घटना से समाज में आक्रोश व्याप्त है। ऐसे में दोनों ही जघन्य हत्या के मामले की सूक्ष्म जांच कर दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई जाए।

सवालों पर महकमे में हलचल, सुबह से जारी हुआ संदेश

दो हत्याओं के मामले को लेकर इंटरनेट मीडिया पर लगातार उठ रहे सवालों को लेकर पुलिस महकमे में हलचल देखने को मिली। मंगलवार सुबह पुलिस अधीक्षक पुनीत गहलोद ने लोगों के नाम अपना संदेश प्रसारित किया। एसपी ने कहा कि गत दिनों बड़वानी में दो दुखद घटनाएं घटित हुई। जिनमें एक महिला का शव बावनगजा रोड पर और युवती का शव बड़वानी में एक मकान के बंद कमरे से मिला। इन दोनों ही घटनाओं को पूर्ण गंभीरता से लेते हुए बड़वानी पुलिस ने चार दिन की अवधि में ही मामलों का स्पष्ट पर्दाफाश किया है।

भावना राठौड़ मामले में आरोपित को गिरफ़्तार कर जेल भेजा जा चुका है। अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारंभ की जा चुकी है। युवती के मामले में आरोपित गौतम यादव के विरुद्ध भी हत्या के तहत अपराध पंजीबद्ध किया जा चुका है। हालांकि आरोपित गौतम यादव का शव नर्मदा नदी से पुलिस को मिला है। प्राथमिक तौर पर आरोपित द्वारा भी आत्महत्या की गई है। जिसकी पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट प्राप्त होने पर पुलिस द्वारा की जा सकेगी।

एसपी ने कहा जो सवाल उठ रहे, वो आधारहीन

एसपी गहलोद द्वारा जारी किए गए संदेश में उन्होंने बताया कि स्पष्टत: दोनों ही मामलों में बड़वानी पुलिस ने त्वरित, निष्पक्ष और पूर्ण संवेदनशीलता के साथ संपूर्ण वैधानिक कार्रवाई की है। वहीं बीते दो दिनों से इंटरनेट मीडिया पर के माध्यम से कई भ्रामक तथ्य वायरल किए जा रहे हैं। इनमें मुख्य तौर पर एक से अधिक आरोपितों के शामिल होने, एसिड का प्रयोग किए जाने, उचित धारा में प्रकरण पंजीबद्ध ना करने संबंधी दावे किए जा रहे हैं। यह सभी मैसेज और उनके उल्लेखित तथ्यों की भी जांच पुलिस द्वारा की गई है और जांच में सभी तथ्य पूर्णत: आधारहीन सिद्ध हुए है। उक्त दावे ना तो पुलिस जांच में सही पाए गए है और ना ही उनकी पुष्टि चिकित्सकों द्वारा प्रदान की गई पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हो पाई है। साथ ही इस तरह के मैसेज भेजने वालों को चिह्नित करने और कठोर कार्रवाई की बात कही।

किसी के पास साक्ष्य हैं तो बताए

एसपी ने आह्वान किया कि यदि किसी भी व्यक्ति के पास दोनों घटनाओं के संबंध में कोई ठोस साक्ष्य है तो वह थाना बड़वानी या पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आकर प्रस्तुत करें या सीधे एसपी के मोबाइल 7806058575 पर बताए।