तनाव एक ऐसी चीज़ है, जिसे लंबे समय तक इग्नोर करते रहने से मेंटल हेल्थ के साथ फिजिकल हेल्थ भी खराब होने लगती है। तनाव हर किसी को होता है, लेकिन कोई इसे बड़ी ही आसानी से मैनेज कर लेता है, तो कोई इसमें बुरी तरह फंस जाता है। कामकाजी लोग तनाव का बहुत तेजी से शिकार हो रहे हैं। क्षमता से ज्यादा काम, ऑफिस ऑवर्स खत्म होने के बाद भी मीटिंग, प्रेजेंटेशन के चलते बैठे रहना, बॉस की काम में बेवजह की दखलअंदाजी जैसी कई वजहें इसके लिए जिम्मेदार हैं। ऑफिस का ये तनाव पर्सनल लाइफ को भी इफेक्ट करता है। हर वक्त गुस्से में रहना, चिड़चिड़ा मूड, नींद न आना और धूम्रपान की अति तनाव के स्पष्ट लक्षण हैं। 

एक्सपर्ट्स की मानें तो स्ट्रेस की वजह से हार्ट अटैक का खतरा डेढ़ से दो गुना ज्यादा बढ़ गया है और तो और तनाव के चलते कब्ज, नींद न आना, डायबिटीज, इन्फर्टिलिटी जैसी कई दूसरी समस्याएं भी देखने को मिल रही हैं। जो बढ़ते वक्त और उम्र के साथ और गंभीर रूप रूप ले सकती हैं। इसलिए तनाव को हल्के में न लें और इसे कैसे दूर किया जाए या मैनेज किया जाए, इसके उपायों के बारे में जानें।

मी टाइम निकालें

ऑफिस और रोजमर्रा की जिंदगी से होने वाले तनाव को दूर करने की शुरूआत मी टाइम से करें। मतलब पूरे दिन में 15 से 20 मिनट का टाइम खुद के लिए निकालें। अकेले शांति से बैठें। फोन, टीवी, लैपटॉप इन सबसे दूर। इस दौरान किन चीज़ों ने आपको परेशान कर रखा है, कैसे इन्हें दूर किया जा सकता है इनके बारे में सोचें। इन चीज़ों पर इत्मीनान से सोचकर काफी हद तक संभावना इसका हल निकाल लेंगे। 

खुश रहने के तरीके ढूंढ़ें

खुद से प्यार करना सीखें, खुद के खुश करने तरीके ढूंढ़ें। ऑफिस लाइफ ने अगर आपकी खुशी छीन रखी है, तो अपना डेली टास्क समय पर पूरा करने की कोशिश करें और उसके बाद का समय उन चीज़ों को दें, जिसे करके आपको खुशी मिलती है, आपका माइंड रिलैक्स होता है, आप तरोताजा फील करते हैं। फिर चाहे वो दोस्तों से मिलना-जुलना हो, डायरी लिखना है, म्यूजिक, वर्कआउट मतलब कुछ भी इसमें शामिल हो सकता है। 

डिजिटल डिटॉक्स करें 

बेशक फोन और लैपटॉप से दूरी बनाना आज के समय में बहुत बड़ा टास्क है, लेकिन ऑफिस का काम पूरा हो जाने के बाद भी लैपटॉप में घुसें न रहें और न ही खाली समय को फोन में रील्स और वीडियोज़ देखने में बर्बाद करें। इस समय को पार्टनर और बच्चों के साथ बिताएं। उन्हें भी आपकी जरूरत है, इस बात को समझें। परिवार के साथ वक्त बिताने से भी तनाव कम होता है।