इंदौर ।   मालवा मिल क्षेत्र स्थित शेल्बी अस्पताल की लिफ्ट गुरुवार शाम फंस गई। उस वक्त लिफ्ट में मरीज और उनके स्वजन भी थे। लिफ्ट फंसने से मरीज की स्थिति बिगड़ गई। स्वजन का आरोप है कि लिफ्ट करीब एक घंटे तक फंसी रही। अलार्म भी काम नहीं कर रहा था। लिफ्ट में फंसे लोगों ने किसी तरह दरवाजा ठोंककर लिफ्ट में फंसे होने की जानकारी दी। एक घंटे की मशक्कत के बाद दसवीं मंजिल पर लिफ्ट का दरवाजा खुला जिसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली। इधर अस्पताल प्रबंधन का कहना है लिफ्ट रिसेट करने के दौरान फंस गईं थी। पांच से सात मिनट में इसे सुधार लिया गया था। घटना गुरुवार शाम करीब सात बजे की है। मूसाखेड़ी निवासी पूनम सोलंकी ने बताया कि उनकी मौसी अस्पताल में भर्ती हैं। वे उन्हें देखने के लिए आई थीं। नौवीं मंजिल से वे लिफ्ट में सवार हुईं। उन्हें तल मंजिल पर जाना था। लिफ्ट में मरीज और अन्य स्वजन भी थे। लिफ्ट नीचे जाने के बजाय दसवीं मंजिल पर जाकर फंस गई। लिफ्ट में सवार अस्पताल के कर्मचारियों ने बताया कि इसके पहले भी लिफ्ट दो बार फंस चुकी है। लिफ्ट फंसने से पंखा भी बंद हो गया था। गर्मी की वजह से मरीज की स्थिति बिगड़ने लगी थी। एक घंटे तक लिफ्ट में फंसे लोगों की जान सांसत में रही। एक घंटे बाद लिफ्ट का दरवाजा दसवीं मंजिल पर खुला।

सिर्फ पांच मिनट फंसी थी 

शेल्बी अस्पताल इंदौर के मेडिकल सुप्रिंटेंडेंट डा. विवेक जोशी का कहना है कि लिफ्ट रिसेट करने के दौरान फंसी थी। पांच मिनट में ही सुधार कर लिया गया था। किसी मरीज को परेशानी नहीं हुई। लिफ्ट में अस्पताल के नर्सिंग कर्मचारी और हाउस कीपिंग के लोग भी सवार थे। लिफ्ट फंसने की वजह से लिफ्ट की लाइट बार-बार जा रही थी। संभवत: इसी से मरीज के स्वजन घबरा गए थे।