कलश यात्रा के साथ शुरू हुआ परचरी पुराण
कलश यात्रा के साथ हुआ परचरी पुराण का शुभारंभ
भैंसदेही- भैंसदेही के समीप स्थित ग्राम बड़गांव में बुधवार को 5 दिवसीय संगीतमय परचरी पुराण कथा का कलश यात्रा के साथ शुभारंभ किया गया। हनुमान मंदिर से प्रारंभ हुई कलश यात्रा ग्राम के सभी मुख्य मार्गों से गुजरी जहां जगह-जगह कलश यात्रा का ग्राम वासियों द्वारा पूजन पाठ कर स्वागत किया गया. प्रथम दिवस गुरु शिस्य प्रणाली ,,श्रृंगी ऋषि का कलियुग मे सिंगाजी अवतार की कथा बताई गई उन्होने कहा की नर्मदा के दक्षिण तट क्षेत्र गोंडवाना क्षेत्र कहलाता है गुरु महाराज के परचरी पुराण अनुसार यह भूमि बड़ी पवित्र मानी जाति है ,श्रृंगी ऋषि गुरु सिंगाजी महाराज के रूप मे एक सिद्ध पुरुष ने बैसाख सुती नवमी तिथि को नगर खजुरी ग्वाल(यादव) वंश मे अवतरित हुए जो खजुरी गाँव जिला खरगौन तहसील बडवाणी(वर्तमान जिला) है जिनकी धर्म पताका आज जिला बडवाणी खरगौन, खण्डवा, हरदा, होशंगाबाद तथा बैतुल के साथ कई जिले मे प्रसिद्ध है । संत श्री रमेश जी महाराज ने बताया कि मृत्युलोक मे अधर्म का बड़ते साम्राज्य को देख भगवान ने संत जनो व देवगणो की सभा बुलाई और कहा की कलियुग मे पाप बड रहा है और ज्ञान की कमी है इसलिए आपलोग मे से कोई माहात्मा श्रृगी मृत्युलोक मे जाकर ज्ञान का प्रचार करे धर्म की स्थापना करे वही श्रृंगी ऋषि ने 498 साल पहले सिंगाजी महाराज के रूप मे बडवाणी के ग्राम खजुरी मे जनम लिया। उन्होने कहा- अहंकार ही पाप का मूल जड़ है जो व्यक्ति को पतन की ओर ले जाता है इसलिए अवसर है अभी चेत जाए मोह माया के भ्रम से बाहर निकलकर सतसंग का मार्ग अपनाने का प्रयत्न करे।परचरी कथा के प्रथम दिवस समूचे ग्रामीण एवं महिलाएं उपस्थित थी ।