नई दिल्ली । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने मोदी सरकार को एक साथ कई मुद्दों पर घेरा है।  पूर्व केंद्रीय मंत्री ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार के पास कोरोना के दौरान ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों का कोई डेटा नहीं है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री कांग्रेस पर टुकड़े-टुकड़े गैंग को सपोर्ट करने का आरोप लगाती है लेकिन इस सरकार के पास विपक्षी पार्टी के पर लगाए गए इन आरोपों के खिलाफ कोई आधिकारिक आंकड़ा मौजूद नहीं है। चिदंबरम ने राज्यसभा में कहा कि सरकार ने पहले कबूल किया था कि उसे टुकड़े-टुकड़े गैंग के सदस्यों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उस वक्त मंत्री ने कहा कि इस सदस्यों को लेकर कोई डेटा मौजूद नहीं है। पी चिदंबरम ने कहा, टुकड़े-टुकड़े गैंग को लेकर डेटा नहीं, ऑक्सीजन की कमी से हुई मौत को लेकर कोई डेटा नहीं, नदी में बहने वाली लाशों को लेकर कोई आंकड़ा नहीं, घर पलायन करने वाले मजदूरों को लेकर कई डेटा नहीं..यह 'नो डेटा अवेलेबल' एनडीए सरकार है। चिदंबरम ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस बजट में मुझे सिर्फ यहीं पसंद आया कि सालों बाद इतना छोटा बजट स्पीच था। इसके लिए वित्त मंत्री का शुक्रिया। उन्होंने आगे कहा कि मंत्री ने बजट में कहा कि 5 साल में 60 लाख नौकरियां आएंगी। इसका मतलब है कि हर साल लगभग 12 लाख नौकरियां आएंगी। वार्षिक लेबर फोर्स 47.5 लाख है, तो फिर अन्य लोग क्या करेंगे। पकौड़ा फ्राई करेंगे और बेचेंगे? इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि कांग्रेस परिवार के आगे कुछ भी नहीं सोचती है। कुछ लोग बोलते हैं कि कांग्रेस नहीं होती तो क्या होता तो आज मैं बताता हूं कि क्या होता प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस नहीं होती तो 1975 में लोकतंत्र का गला घोंटा नहीं गया होता। लोकतंत्र में परिवारवाद सबसे बड़ा खतरा होता है। कांग्रेस ना होती तो इमरजेंसी का कलंक नहीं होता। जातिवाद और क्षेत्रवाद की खाई इतनी गहरी ना होती। कांग्रेस नहीं होती तो सिखों का नरसंहार ना होता। कश्मीर के पंडितो को कश्मीर छोड़ने की नौबत ना आती।