हमारे शब्द, हमारा व्यवहार हमारे काम को और अधिक आसान बना देते: आयुक्त श्री तिवारी
शासकीय सेवा में सफलता का मूल मंत्र समय की पाबंदी
बैतूल 18 जुलाई 2024
हमारा व्यवहार और संयमित भाषा ही हमारी काम को और अधिक सरल और सहज बना देते है। शासकीय सेवक के रूप में हमें लोगों के काम तो हमें करना ही है परंतु हमारा व्यवहार हमारे व्यक्तित्व को और अधिक प्रभावशाली बना देता है। यह बात आयुक्त श्री कृष्ण गोपाल तिवारी ने बैतूल प्रवास के दौरान गुरुवार को कलेक्टोरेट सभागार में अधिकारियों और कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कही। कलेक्टर श्री नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी ने अधिकारियों का परिचय कराते हुए विभाग योजना के क्रियान्वयन की प्रगति से उन्हें अवगत कराया।
इस अवसर पर कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं अपर कलेक्टर (विकास) श्री अक्षत जैन, उपायुक्त राजस्व श्री गणेश जायसवाल, प्रभारी एडीएम श्री मकसूद अहमद सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में संभागायुक्त श्री तिवारी ने स्वास्थ्य विभाग, एमपीईबी, शिक्षा विभाग, लोक निर्माण विभाग, जल संसाधन सहित अन्य विभागों के प्रगतिरत कार्यों की समीक्षा की।
कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने आयुक्त को विभागवार प्रगति कार्यों की स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि शासकीय सेवा में हमें दूसरों के साथ वो व्यवहार अपनाना चाहिए जो हमें स्वयं के लिए अच्छा लगता है।
सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग को दिए दिशा-निर्देश
आयुक्त श्री तिवारी ने महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अज्ञानता के अभाव में बच्चियों को खतरे में न डाले। सर्वाइकल कैंसर बीमारी को रोकने अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार कर लोगों में जागरूकता लाए।
एक पेड़ मां के नाम
मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अक्षत जैन ने बताया कि एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत जिले में 25 हजार एवं राज्य स्तरीय पौधारोपण अभियान के अंतर्गत 21 लाख पौधे रोपित किए जाने का लक्ष्य निर्धारित है। राज्य स्तरीय पौधरोपण हेतु वन विभाग द्वारा इस वर्ष जिले की 2800 हेक्टेयर वन भूमि पर 14 लाख 37 हजार 625 पौधे, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा 25 हजार पौधे, नगरीय निकाय द्वारा 9 हजार 920 पौधे, रेशम विभाग द्वारा 605000 पौधे एवं उद्यानिकी विभाग द्वारा 24 हजार 500 पौधे इस तरह 2102045 पौधे रोपित किये जा रहे हैं।
एक पेड़ मां के नाम अभियान के अंतर्गत वन विभाग द्वारा 10 हजार 50 पौधे पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा 7 हजार 750 पौधे, उद्यानिकी विभाग द्वारा 2 हजार पौधे, शिक्षा विभाग द्वारा 2 हजार पौधे, कृषि विभाग द्वारा 1500 पौधे, नगरीय निकायों द्वारा 1200 पौधे, स्वास्थ्य विभाग द्वारा 500 पौधे इस तरह 25 हजार पौधे रोपित करने की कार्य योजना बनाई गई थी। अंकुर पोर्टल के अनुसार 17 जुलाई 2024 की स्थिति में 57 हजार 959 पौधे रोपित किये जा चुके हैं।
प्रधानमंत्री आवास योजना
श्री जैन ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अंतर्गत वर्ष 2022 से नया लक्ष्य नहीं मिला है। जिले में वर्ष 2016-17 से वर्ष 2021-22 तक लक्ष्य के अनुरूप 95 प्रतिशत कार्य पूर्ण है। स्वीकृत 704866 लक्ष्य के विरूद्ध 67142 आवास पूर्ण हो चुके है। साथ ही 822 आवासों का कार्य प्रगतिरत है। इसके अलावा सीएम हेल्पलाइन में विगत 4 माह फरवरी 2024 में ए ग्रेड के साथ 81 प्रतिशत, मार्च में बी ग्रेड के साथ 79 प्रतिशत, अप्रैल में ए ग्रेड के साथ 82 प्रतिशत एवं मई 2024 में 83 प्रतिशत रहा। वर्तमान में 50 दिवस के अधिक 244 लंबित शिकायतें है, जिसका निराकरण किया जा रहा है।
लखपति दीदी अभियान
श्री जैन ने बताया कि केंद्रीय शासन द्वारा बैतूल जिले को आगामी 3 वर्ष में स्व-सहायता समूह के 37 हजार सदस्यों को लखपति बनाने का लक्ष्य दिया गया है। आय-सहायता योजना के तहत क्लस्टर आधारित मॉडल के माध्यम से समूह की सदस्यों को आय-सहायता गतिविधियां बैकयार्ड पोल्ट्री, बैकयार्ड गोटरी, मल्टी-लेयर हॉर्टिकल्चर एवं सेरीकल्चर) को अपनाने के लिए प्रोत्साहन किया जा रहा है। इसके अलावा कोठी बाजार बस स्टैंड के पीछे रिक्त भूमि पर 4.15 करोड़ की लागत से आजीविका प्लाजा का निर्माण किया जाएगा। इसमें 68 दुकाने एवं दीदी कैफे सहित अन्य आकर्षक व्यवस्थाएं होगी। साथ ही जिले में 14 सामुदायिक पोषण वाटिकाएं तैयार की जा रही है, जिन पर मोरिंगा, सब्जियां एवं फलदार वृक्षों की खेती कर भूमिहीन समूहों की आय को बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।
बैतूल एवं मुलताई जल संसाधन संभाग के कार्यों की समीक्षा
बैतूल जिले के अंतर्गत 10 उपसंभाग बैतूल, भैंसदेही, भीमपुर, चिचोली, घोड़ाडोंगरी, आमला, मुलताई, आठनेर, प्रभातपट्टन एवं शाहपुर में 5 मध्यम परियोजना निर्मित है एवं 181 लघु योजनाएं है, इस प्रकार कुल 186 सिंचाई योजनाएं क्रियान्वित है। 05 मध्यम एवं 186 लघु योजनाओं की कुल रबी सिंचाई क्षमता 82020 हेक्टेयर है। 01 लाखापुर जलाशय से बैतूल शहर के पेयजल हेतु पानी आरक्षित रखा गया एवं 01 खंडारा जलाशय से ग्रामीणों के निस्तार, पशुधन के पेयजल हेतु पानी आरक्षित रखा गया है। इसके अलावा मप्र शासन द्वारा 06 मध्यम परियोजनाएं गढ़ा, घोघरी, मेंढा, सीतलझिरी, वर्धा एवं निरगुड़ निर्माणाधीन योजनाएं है, जिनकी रूपांकित सिंचाई क्षमता 44687 हेक्टेयर तथा लागत 1426.35 करोड़ है। सभी योजनाओं का कार्य प्रगतिरत है। इसी प्रकार से 10 लघु योजनाओं का निर्माण कार्य प्रगतिरत है,जिनकी रूपांकित सिंचाई क्षमता 3660 हेक्टेयर एवं लागत राशि 91.30 करोड़ है।
नगर पालिका परिषद बैतूल
मुख्य नगरपालिका अधिकारी श्री ओमपाल भदौरिया ने बताया कि पीएम स्वनिधि योजना में हितग्राहियों को 10 से 50 हजार रुपए तक का ऋण दिया जा रहा है। इसके अलावा दीनदयाल रसोई योजना के अंतर्गत जिले में बैतूल श्रेणी-बी, सारणी श्रेणी-सी, आमला श्रेणी-सी तथा मुलताई श्रेणी-सी में रसोई केन्द्र संचालित है। बैतूल में 300 से 350 लोग प्रतिदिन दीनदयाल रसोई में 5 रूपए में भोजन करते है। इसी तरह  आमला, सारणी तथा मुलताई में 200 से 250 लोग प्रतिदिन 5 रुपए में भरपेट भोजन करते है।
जिले में 82.852 करोड़ की 26 परियोजनाएं
श्री भदौरिया ने बताया कि अमृत 2.0 योजना के अंतर्गत बैतूल जिले के 10 निकायों में 82.852 करोड़ की 26 परियोजनाएं है। इनमें वॉटर बॉडी योजना अमृत 2.0  के तहत 13.87 करोड़ की 9 परियोजना में से जिला समिति ने 8 अनुमोदित की है। वर्तमान स्थिति में 2 निकाय में कार्यादेश जारी किया गया है, 4 निकायों में निविदा जारी की जा चुकी है एवं एक निकाय की डीपीआर का अनुमोदन एसएलटीसी से होना शेष है। वहीं एक डीपीआर निकाय स्तर पर लंबित है। इसी तरह जल प्रदाय योजना अमृत 2.0 के अंतर्गत जिले में 66.19 करोड़ की 8 परियोजना जिला समिति से अनुमोदित की गई है। पार्क निर्माण योजना अमृत 2.0 के तहत 2.792 करोड़ की 9 में से 8 को  जिला समिति ने अनुमोदन किया है। जिसमें 2 निकायों में कार्यादेश जारी किया गया है। 04 निकायों में निविदा जारी की गई है एवं एक निकाय की डीपीआर का अनुमोदन एसएलटीसी से होना शेष है। साथ ही एक डीपीआर निकाय स्तर पर लंबित है।