Noida Twin Tower ढाई बजे महज 9 सेकेंड में  हो जाएगा ध्वस्त 

हिंदुस्तान में पहली बार गिराई जाएगी इतनी बड़ी इमारत

 

 

Noida Twin Towers Demolition: उत्तर प्रदेश के नोएडा सेक्टर-93 A स्थित ट्विन टावर को ग‍िराने की तैयार‍ियां अंत‍िम चरण में हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार टावर को 28 अगस्त को दोपहर ढाई बजे  ब्‍लास्‍ट करा कर ध्वस्त कर दिया जाएगा। 32 मंजिला इस इमारत को विस्फोटक से उड़ाया जाएगा। ब्लास्ट वाले दिन आस-पास के अपार्टमेंट को खाली करा लिया जाएगा, जिसकी सूचना पहले ही रेजिडेंट्स को दी जा चुकी है। 500 मीटर के दायरे के किसी भी फ्लैट में कोई नहीं रह सकता। सुबह 6 बजे तक इलाका खाली करा लिया जाएगा। इसके बाद बिजली, गैस, पानी का कनेक्शन भी बंद कर दिया जाएगा।

कैसे ध्वस्त किया जाएगा ट्वींस टावर 

ध्वस्तीकरण का काम एडिफिस और साउथ अफ्रीका की जेट कंपनी देख रही हैं। इमारत को गिराने के लिए कुल 9640 होल किए गए हैं, जिनमें 3,700 किलो विस्फोटक लगाया गया है। दावा है कि 32 मंजिला ट्विन टावर 12 सेकंड में धराशाई हो जाएगा। इसके लिए तैयारी पूरी की जा चुकी है। एडिफिस ने टावर के आसपास बने घरों को आर्थिक नुकसान से बचाने के लिए 100 करोड़ रुपये का बीमा कराया है। अगर ध्वस्तीकरण के दौरान किसी घर को नुकसान होता है तो इस बीमा के जरिए उसकी भरपाई की जा सकेगी।

 

ट्वीस टावर के बाजू वाले अपार्टमेंट के लोग अभी से शहर में किसी सगे-संबंधी के यहां या गेस्ट हाउस, होटल आदि में शिफ्ट होने लगे हैं या इसकी तैयारी कर चुके हैं। कुछ लोग शहर से बाहर भी जाने की तैयारी में हैं। ब्लास्ट के बाद एजेंसी आस-पास के सभी इमारतों की जांच करेगी, उसके बाद ही शाम 6 बजे तक लोगों को उनके घर जाने दिया जाएगा।

डॉक्टर, एम्बुलेंस और अस्पताल में बेड रिजर्व

लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए नजदीकी अस्पतालों में पहले ही बेड बुक कर लिया गया है। मौके पर 6 डॉक्टरों की टीम और 6 एम्बुलेंस भी तैनात रहेंगे। बताया जा रहा है कि ध्वस्तीकरण के दौरान धूल के गुबार 150 मीटर की ऊचाई तक उठ सकते हैं, जिससे लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्या आ सकती है।

नोएडा एक्सप्रेसवे रहेगा बंद

28 अगस्त की दोपहर 2:15 से लेकर 2:45 तक नोएडा एक्सप्रेसवे बंद रहेगा। महामाया फ्लाईओवर से रूट डायवर्ट कर दिया जाएगा। इतना ही नहीं टावर के एक किलोमीटर के दायरे में किसी को जाने की अनुमति नहीं होगी। सिर्फ मीडिया से जुड़े लोग कवरेज के लिए तय दूरी तक जा सकेंगे।

 

ट्विन टावर को गिराने का खर्च?

अनुमान है कि ट्विन टावर (Noida Twin Towers News) को गिराने में करीब 17.55 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। यह खर्च ट्विन टावर को बनाने वाले सुपरटेक को ही उठाना है। टावरों को गिराने से करीब 4 हजार किलो एमिशन निकलेगा। साथ ही ध्वस्तीकरण से बहुत धूल भी फैलेगे जिससे अस्थमा और दमा के मरीजों की मुश्किल बढ़ सकती है।

13 करोड़ का मलबा

ट्विन टावर को गिराने वाली कंपनी का अंदाजा है कि ध्वस्तीकरण से 3 हजार ट्रक मलवा निकलेगा, जिसकी कीमत 13 करोड़ रुपये होगी। मलबे को साफ करने में करीब 3 महीने का समय लगेगा। मलबे से लगभग 4 हजार टन स्टील निकलने का अनुमान है।