भोपाल ।   पूर्व केंद्रीय मंत्री और नव निर्वाचित विधायक नरेंद्र सिंह तोमर आज मप्र निर्विरोध विधानसभा अध्यक्ष चुने गए। विधानसभा के सामयिक अध्यक्ष गोपाल भार्गव ने नए अध्यक्ष को शपथ दिलाई। सामयिक अध्यक्ष गोपाल भार्गव में अध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया शुरू की। अध्यक्ष के निर्वाचन के लिए साथ सूचनाओं प्राप्त हुई है। पहला प्रस्ताव मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रखा की नरेंद्र सिंह तोमर को विधानसभा का अध्यक्ष चुना जाए नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नरेंद्र सिंह तोमर को विधानसभा अध्यक्ष चुने जाने का प्रस्ताव रखा प्रहलाद सिंह पटेल ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया। कैलाश विजयवर्गी में नरेंद्र सिंह तोमर को अध्यक्ष चुने जाने का प्रस्ताव रखा जिसका समर्थन उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने किया। कांग्रेस विधायक राजेंद्र कुमार सिंह ने विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर को चुने जाने का प्रस्ताव रखा जिसका समर्थन कांग्रेस विधायक दल के उप नेता हेमंत कटारे ने किया। इसी तरह भूपेंद्र सिंह ने नरेंद्र सिंह तोमर को विधानसभा अध्यक्ष चुने जाने का प्रस्ताव रखा जिसका समर्थन तुलसीराम सिलावट ने किया कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने नरेंद्र सिंह तोमर को अध्यक्ष चुने जाने का प्रस्ताव रखा जिसका समर्थन कांग्रेस विधायक दल के उप नेता हेमंत कटारे में किया।

नरेंद्र सिंह तोमर सर्व सम्मति से विधानसभा के अध्यक्ष निर्वाचित हुए। निर्वाचन उपरांत नरेंद्र सिंह तोमर को सदन के नेता नरेंद्र डॉक्टर मोहन यादव और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार उन्हें आसंदी तक लेकर आए। सदन के नेता डॉक्टर मोहन यादव ने बधाई देते हुए कहा कि हमने सर्वसम्मति से निर्वाचन संपन्न कराया है। तोमर जी का व्यक्तित्व ऐसा है जो सर्वमान्य है। लंबे राजनीतिक जीवनकाल रहा है। नगर निगम में पार्षद से लेकर केंद्रीय मंत्री तक काम करने का अनुभव है। मुख्‍यमंत्री डा मोहन यादव ने सामयिक अध्यक्ष गोपाल भार्गव को भी धन्यवाद द‍िया । आपके मार्गदर्शन और नेतृत्व में हम अपने दायित्व कल निर्वहन करने में समर्थ होंगे। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि आपकी जैसी मुस्कान हमेशा रहती है उसके साथ ही यह सदन चले पक्ष और विपक्ष को आप पूर्ण समय देंगे। इस आशा के साथ आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि नरेंद्र सिंह तोमर विराट व्यक्तित्व के धनी हैं। पक्ष और विपक्षी का ध्यान रखते हुए सदन का संचालन करेंगे धैर्य की प्रतिमूर्ति है लंबे समय से हमारा साथ रहा है मैंने उन्हें कभी धैर्य होते हुए नहीं देखा है उत्साह से सदैव भरे रहते हैं चाहे राजनीतिक कार्यकर्ता के नाते अपने कर्तव्यों का निर्वाह हो या पार्षद से लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री तक की भूमिका का निर्माण किया है। जब किसान आंदोलन चल रहा था तब बड़े जोश में किसान नेता आते थे और उन्हें चर्चा कर ठंडा कर भेज देते थे हमको भी जब-जब जरूरत पड़ेगी साथ में हम विधायक मंत्री रहे संगठन का काम साथ में और जब 2008 में विधानसभा का चुनाव आया तो यह विचार आया कि किसके नेतृत्व में हम चुनाव लड़ेंगे, तब एक ही नाम आया कि नरेंद्र सिंह तोमर अध्यक्ष बन जाए तो सबको साथ में लेकर चलेंगे।

2013 में ही वही हुआ। अभी भी जब चुनाव का प्रबंध कौन संभाले इस पर विचार हुआ तो एक ही नाम सामने आया नरेंद्र सिंह तोमर। मुझे पूरा विश्वास है जो उनकी सबको साथ लेकर चलने की सोच स्वभाव और व्यवहार है वह अध्यक्ष पद की गरिमा और बढ़ाएंगे अद्भुत संचालन इस सदन का करेंगे। आज ही राज्यपाल का अभिभाषण भी होगा और 21 दिसंबर को अन्य शासकीय कार्य संपादित होंगे। विधानसभा में 163 सदस्य भाजपा के हैं, इसलिए निर्विरोध निर्वाचन होगा। तोमर के रूप में पहली बार विधानसभा का अध्यक्ष ग्वालियर-चंबल अंचल से बना है। अभी तक अधिकतर समय विंध्य और महाकोशल अंचल से अध्यक्ष बनते आए हैं।

मध्य प्रदेश विधानसभा में 13 और सदस्यों ने ली शपथ

मध्य प्रदेश में 16 वीं विधानसभा के प्रथम सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को नवनिर्वाचित 13 विधायकों को शपथ दिलाई गई। सुबह 11 बजे से सदन की कार्यवाही शुरू हुई। दूसरे दिन सदन में सबसे पहले गोविंद सिंह राजपूत को विधानसभा के सामयिक अध्यक्ष गोपाल भार्गव ने शपथ दिलाई। इसके बाद रमेश मेंदोला, ऊषा ठाकुर, रजनीश हरवंश सिंह, उमाकांत शर्मा, सुनील उईके सहित 13 विधायकों ने शपथ ली।

शपथ दिलाने के बाद विधानसभा के भूतपूर्व दिवंगत सदस्यों एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री डा. एमएस गिल के निधन का सदन में उल्लेख कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने दिवंगत भूतपूर्व दिवंगत विधायकों को श्रद्धांजलि दी और उनके जीवन के महत्वपूर्ण घटनाक्रमों का उल्लेख किया। बता दें कि सत्र के पहले दिन सोमवार को 207 नवनिर्वाचित विधायकों ने विधानसभा सदस्य के रूप में शपथ ली थी। इनमें से 10 विधायकों ने संस्कृत में शपथ ग्रहण की। दो अन्य विधायक आरिफ मसूद ने उर्दू में और कमलेश्वर डोडियार ने अंग्रेजी में शपथ ली थी।

भाजपा विधायकों को मुख्यमंत्री ने कराया भोज

मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने मंगलवार को भाजपा विधायकों को अपने विंध्य कोठी स्थित निवास पर भोज कराया। हंसी ठिठोली के बीच नवनिर्वाचित विधायकों ने लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर भी चर्चा की। भोज में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद सिंह पटेल, सामयिक अध्यक्ष गोपाल भार्गव सहित लगभग सभी विधायक शामिल हुए।