जम्मू । जम्मू-कश्मीर में इस साल कश्मीरी पंडित की पहली टार्गेट किलिंग हुई है, इसके विरोध में कश्मीरी पंडितों सहित स्थानीय जनता ने भी अपनी आवाज बुलंद की है। रविवार को पुलवामा जिले में कश्मीरी पंडित समुदाय के संजय शर्मा की जिस तरह गोली मारकर हत्या की गयी, उस घटना से कश्मीरी पंडितों का आक्रोश और बढ़ गया है। बता दें कि एक एटीएम के सुरक्षा गार्ड के तौर पर काम करने वाले संजय शर्मा पर दक्षिण कश्मीर स्थित पुलवामा जिले के अचन इलाके में बाजार जाते समय गोली चलाई गई, जो उनके सीने में लगी। 
इस बीच, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और राजनीतिक दलों के नेताओं ने हत्या की निंदा की है। सिन्हा ने कहा कि उनके प्रशासन ने आतंकवादियों से निपटने के लिए सुरक्षा बलों को खुली छूट दी है। उन्होंने कहा, ‘‘शोकाकुल परिवार के प्रति मेरी संवेदना है। प्रशासन को आतंकवादियों से निपटने के लिए खुली छूट दी गई है और हम आतंकवाद की इस तरह की हरकतों का मुकाबला करना जारी रखने वाले हैं।  
दूसरी ओर, इस घटना के विरोध में आ रही राजनीतिक प्रतिक्रियाओं की बात करें तब नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि यह बर्बर हत्या कश्मीर घाटी में सुरक्षा की स्थिति और कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल खड़े करती है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं संजय जी की बर्बर हत्या के बारे में जानकर बहुत दुखी हूं। शोक संतप्त परिवार को मेरी संवेदना और समर्थन है। उन्होंने कहा कि इस हत्या ने एक बार फिर घाटी में सुरक्षा की स्थिति और कानून व्यवस्था पर सवाल पैदा किया है।