*भैंसदेही के पत्रकारों ने सीधी कांड पर जताया विरोध*

*महामहिम राज्यपाल के नाम एसडीएम को सौपा ज्ञापन*

भैंसदेही:- 


शनिवार को भैंसदेही में प्रेस मीडिया पत्रकार कल्याण संघ के बैनर तले महामहिम राज्यपाल के नाम एसडीएम कैलाश चंद परते को ज्ञापन सौपा गया  सौपे गए ज्ञापन में बताया गया कि  2 अप्रैल को मध्यप्रदेश के सीधी जिले में विधायक केदारनाथ सुक्ला  के दबाव में  दुर्भावना पूर्ण तरीके से कुछ पत्रकारों को थाने ले जाकर पुलिस द्वारा उनके साथ जबरन झूठे मामले में फसाकर अमानवीय व्यवहार  किया गया उन्हें थर्ड डिग्री टार्चर दिया गया  लगातर पूरे भारत मे पत्रकारों के खिलाफ झूठे मुकदमे दायर किये जा रहे है यूपी में कई पत्रकारों को जेल में डाल दिया गया आज देश का चौथा स्तंभ कहे जाने वाला मीडिया अपने आप को असुरचित महसूस का रहा है  इन्ही मुदो को आज ज्ञापन के माध्यम से रख कर पत्रकारों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार के  विरोध में भैंसदेही के समस्त पत्रकारो ने तहसील कार्यालय पहुँचकर महामहिम राज्यपाल के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।  इस दौरान प्रेस मीडिया पत्रकार कल्याण संघ बैतुल के जिला उपाध्यक्ष ललित छत्रपाल के नेतृत्व में अमानवीय घटना  की निंदा करते हुये घटना के विरोध में ज्ञापन  सौपा गया। ज्ञापन सौपने वालो में नगर के वरिष्ठ पत्रकार बाबा सोलंकी , नरेश मोहरे  शंकर राय मोहित राठौर , , शोयब विंध्यानी , संतोष पाल , गणेश बंगाली ,  राहुल छत्रपाल , कुलदीप यादव , रवि वासनकर , कैमरा मेंन महेश थोटेकर अंकित राजुरकर ,  उपस्तिथि रहे।

*इनका कहना* 


पत्रकारों के ऊपर इस सरकार में अन्याय पूर्ण व्यवहार हो रहा है मध्य प्रदेश में सीधी की जो घटना हुई है वह निदनीय है विधायक के दबाव में आकर पुलिस द्वारा गलत कृत्य किया गया है न्यायोचित नही है हमारी  राज्यपाल महोदय से मांग है कि दोषी पुलिस कर्मी एवम विधायक के खिलाफ कार्यवाही होना चाइये 
*बाबा सोलंकी वरिष्ट पत्रकार भैंसदेही*

पत्रकारों के साथ सीधी में जिस प्रकार का कृत्य किया गया है यह मानवीय मूल्यों को झकझोर कर देने वाली घटना है पत्रकार अपनी लेखनी के माध्यम से आम जनमानस की बातों को शासन प्रशासन तक पहुचाने का काम करता है इस देश मे चौथे स्तम्भ पर हमला कर दबाव बनाने का काम किया जा रहा है और उन्हें झूठे मुकदमे दर्ज किये जा रहे जो कि एक लोकतांत्रिक देश मे ठीक नही है हम मांग करते है को दोषी लोगो पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाय

*मोहित राठौर पत्रकार भैंसदेही*

सीधी की घटना से पूरे देश मे कार्य कर रहे पत्रकारों में गहरा रोस है इस प्रकार की निदनीय घटना से पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आ गया है आज लोकतंत्र की नींव कहे जाने वाले चौथे स्तम्भ के पत्रकारों के साथ छोटी सी धारा में  इस प्रकार के अमानवीय व्यवहार किया जाता है तो आम नागरिकों के साथ पुलिस कैसा सुलूक करती होगी इस सरकार में पत्रकार अपने आपको असुरचित महसूस करने लगे है 
*शंकर राय पत्रकार भैंसदेही*