देश की अर्थव्यवस्था को लेकर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने अच्छी खबर सुनाई है. पीयूष गोयल ने कहा है कि भारत अगले पांच सालों में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा और 2047 में अमेरिका के वर्तमान स्तर के बराबर हो जाएगा. कोरोना के बाद भारत की इकोनॉमी में काफी उतार-चढ़ाव देखे गए हैं, लेकिन देश की अर्थव्यवस्था फिर से पटरी पर आ गई है और हम सबसे तेजी से रिकवरी करने वाले देशों में से एक हैं. 

पीएम मोदी की घोषणाओं का दिखा असर

उन्होंने क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी को 'आसन्न आपदा' बताते हुए कहा कि भारत के इसका हिस्सा नहीं होने के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा उनके कानों के लिए संगीत जैसी थी.

संबोधित करते हुए दी ये जानकारी

गोयल ने यहां आयोजित 'एशिया इकोनॉमिक डायलॉग 2023' को संबोधित करते हुए कहा, “मुझे लगता है कि अगले चार से पांच साल में, भारत (मौजूदा पांचवें स्थान से) दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. 2047 तक हम अमेरिका के मौजूदा स्तर पर पहुंच जाएंगे. देश के 1.4 अरब लोग हमारी अर्थव्यवस्था को 30-40 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की ओर अग्रसर हैं.”

RCEP में शामिल न होने पर क्या बोले केंद्रीय मंत्री?

भारत के आरसीईपी में शामिल नहीं होने पर गोयल ने कहा, “यह आपदा की बनती हुई स्थिति थी. हम अपील की अदालत के बिना ही मुक्त व्यापार समझौते में प्रवेश कर रहे थे, जहां कोई लोकतंत्र या कानून का शासन नहीं था. मुट्ठी भर लोगों को छोड़कर, मुझे याद नहीं कि किसी ने भी कहा हो कि हमें आरसीईपी में शामिल होना चाहिए था.” प्रधानमंत्री मोदी ने 2019 में घोषणा की थी कि भारत आरसीईपी व्यापार समझौते में शामिल नहीं होगा.