नई दिल्ली । जेएसडब्ल्यू स्टील के चेयरमैन सज्जन जिंदल ने कहा कि चीन से बढ़ते इस्पात आयात का घरेलू कंपनियों की कमाई पर नेगे‎टिव असर पड़ रहा है। कंपनी की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में जिंदल ने कहा कि कई देशों ने इस्पात आयात के खिलाफ पहले ही कदम उठाए हैं और भारतीय इस्पात उद्योग भी समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए सरकार के साथ बातचीत कर रहा है। उन्होंने बताया कि वित्त वर्ष 2023-24 में घरेलू इस्पात की मांग में 13.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो आर्थिक वृद्धि से अधिक है। यह बुनियादी ढांचे के विकास और प्रमुख इस्पात-उपभोक्ता क्षेत्रों की मजबूत मांग के कारण संभव हुआ है। जेएसडब्ल्यू स्टील के वित्त वर्ष 2023-24 के व्यावसायिक आंकड़े साझा करते हुए जिंदल ने कहा कि कंपनी ने इस अवधि में 92 प्रतिशत क्षमता उपयोग के साथ अपना उच्चतम कच्चा इस्पात उत्पादन प्राप्त किया। कंपनी ने अपने उत्पादन और बिक्री के लक्ष्य को 100 प्रतिशत पूरा किया। परिचालन से इसका राजस्व 1,75,006 करोड़ रुपए तक पहुंच गया, जिसमें ब्याज, कर, मूल्यह्रास और कर पूर्व आय की कमाई 28,236 करोड़ और कर के बाद का मुनाफा 8,973 करोड़ रहा। कंपनी के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 7.30 रुपए प्रति शेयर के लाभांश की सिफारिश की है, जिसे शेयरधारकों की मंजूरी प्राप्त करनी होगी। इसके अतिरिक्त, कंपनी की योजना वित्त वर्ष 2030-31 तक भारत में अपनी क्षमता को 5 करोड़ टन प्रति वर्ष तक बढ़ाने की है।