नई दिल्ली । आईएमएफ ने चालू वित्त वर्ष के लिए पाकिस्तान की विदेशी कर्ज की जरुरतों को घटाकर 25 अरब अमेरिकी डॉलर कर दिया है। बहुपक्षीय एजेंसी ने नकदी की कमी से जूझ रहे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को राहत देते हुए इसमें 3.4 अरब अमेरिकी डॉलर की कटौती की है। एक अखबार की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। रिपोर्ट के अनुसार वाशिंगटन स्थित वैश्विक ऋणदाता ने सरकार के आर्थिक पूर्वानुमानों को खारिज करते हुए आर्थिक वृद्धि अनुमान को घटाकर केवल दो प्रतिशत कर दिया। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के प्रतिनिधिमंडल ने 15 नवंबर को पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ दो सप्ताह की लंबी बातचीत पूरी की। इसके बाद एक कर्मचारी-स्तरीय समझौते की घोषणा हुई, जिसके तहत पहले से सहमत तीन अरब अमेरिकी डॉलर के ऋण की दूसरी किश्त के रूप में 70 करोड़ अमेरिकी डॉलर जारी किए जाएंगे। रिपोर्ट में कहा गया कि इस साल जुलाई की तुलना में, आईएमएफ ने चालू वित्त वर्ष के लिए विदेशी ऋण आवश्यकताओं को 28.4 अरब अमेरिकी डॉलर से घटाकर 25 अरब अमेरिकी डॉलर कर दिया है। सरकार पहले ही चार महीनों में छह अरब अमेरिकी डॉलर उधार ले चुकी है।