भोपाल ।  राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 लागू करने वाला मध्यप्रदेश पहला राज्य है। इसके तहत स्नातक प्रथम, द्वितीय व तृतीय वर्ष के पाठ्यक्रम में बदलाव किया गया। इसके तहत विद्यार्थी बहुसंकाय लेकर पढ़ाई कर सकता है, लेकिन कालेजों में 50 प्रतिशत पद खाली है। प्रदेश के 536 सरकारी कालेजों में करीब 12 हजार शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक के पद स्वीकृत हैं।इसमें करीब सात हजार पद भरे हुए हैं और छह हजार पद खाली है। वहीं सरकारी कालेज प्रभारी प्राचार्य के भरोसे संचालित हो रहे हैं। उधर, उच्च शिक्षा विभाग ने एक आदेश जारी कर अगले साल सेवानिवृत्त होने वाले सरकारी कालेजों के प्राचार्य के नाम जारी कर दिए हैं। जारी आदेश के अनुसार वर्ष 2024 में आठ प्राचार्य सेवानिवृत्त हो जाएंगे।वहीं राजधानी के सभी महाविद्यालय प्रभारी प्राचार्य के भरोसे संचालित हो रहे हैं। वहीं वर्ष 2025 में सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारियों की सूची में उच्च शिक्षा विभाग ने दो नाम जारी किए हैं। उच्च शिक्षा विभाग के अवर सचिव वीरन सिंह भलावी द्वारा जारी आदेश के अनुसार वर्ष 2024 में आठ प्राचार्य सेवानिवृत्त हो जाएंगे। जारी सूची के अनुसार शासकीय पीजी कालेज दमोह के प्राचार्य डा. केपी अहिरवार और शासकीय कालेज राऊ, की प्राचार्य डा. सुधा सिलावट 31 जुलाई 2024 को सेवानिवृत्त होंगी। वहीं शासकीय होल्कर साइंस कालेज इंदौर के प्राचार्य डा. सुरेश टी. सिलावट व शासकीय इंदिरा गांधी गृहविज्ञान कन्या पीजी कालेज शहडोल की प्राचार्य डा. ऊषा नीलम,30 अक्टूबर 2024 को और शासकीय कन्या महाविद्यालय छतरपुर के प्राचार्य डा. एलएल कोरी 28 फरवरी को सेवानिवृत्त हो रहे हैं।इसके अलावा शासकीय केआरजी कालेज ग्वालियर के प्राचार्य डा एमआर कौशल और शासकीय कन्या पीजी कालेज, मुरार की प्राचार्य डा. सुशीला माहौर 31 दिसंबर 2024 को सेवानिवृत्त होंगी।

प्रभारी प्राचार्य के भरोसे 422 कालेज

प्रदेश के 422 कालेजों में प्रभारी प्राचार्य कार्यरत हैं।ऐसे में वरिष्ठ प्रोफेसरों को प्राचार्य की जिम्मेदारी दे दी जाती है।इससे शैक्षणिक व्यवस्था तो प्रभावित होती ही है।साथ ही प्रशासनिक कार्य भी प्रभावित होते हैं। राजधानी में 10 सरकारी कालेजों में एक भी स्थायी प्राचार्य नहीं हैं। सभी प्रभारी प्राचार्यों के भरोसे संचालित हो रहे हैं।

प्रदेश में सरकारी महाविद्यालय- 536

सरकारी विश्वविद्यालय-16

विद्यार्थियों की संख्या- 16 लाख

शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक के स्वीकृत पद-12087

शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक के भरे हुए पद- 6941

शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक के खाली पद-5146

प्रदेश भर के कालेजों की स्थिति

वर्गवार -स्वीकृत -कार्यरत -रिक्त

स्नातकोत्तर कालेज के प्राचार्य - 98 -11 -87

स्नातक कालेज के प्राचार्य -435 -13 -422

प्राध्यापक (सीधी भर्ती) -704 -247 -457

प्राध्यापक(पदोन्नत) -संख्या निर्धारित नहीं है-2522 -00

सहायक प्राध्यापक -9981 - 6302 -3875

ग्रंथपाल- -547 -283 -264

क्रीड़ा अधिकारी- -506 -240 -266

रजिस्ट्रार -45 -01 -44

इनका कहना है

-प्रदेश के महाविद्यालयों में शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक पद 50 प्रतिशत खाली पड़े हुए हैं। इससे महाविद्यालय का शैक्षणिक व प्रशासनिक दोनों कार्य प्रभावित होते हैं। प्रदेश के 500 महाविद्यालय प्राचार्य विहीन है। शासन को शीघ्र ही भर्ती करनी चाहिए।

प्रो. आनंद शर्मा,महासचिव,प्रांतीय शासकीय महाविद्यालयीन प्राध्यापक संघ