भोपाल । अलग-अलग स्थानों पर बनी चार मौसम प्रणालियों के असर से प्रदेश में रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में गुना, राजगढ़, शिवपुरी, निवाड़ी, अशोक नगर, पन्ना, नीमच, सागर, टीकमगढ़, दमोह, मंदसौर और छतरपुर जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। वहीं श्योपुर, भोपाल, दतिया, मुरैना, रायसेन, भिंड, ग्वालियर, विदिशा, अलीराजपुर, झाबुआ, बडवानी, उज्जैन रीवा, उमरिया, जबलपुर, रतलाम, शाजापुर, बालाघाट, नरसिंहपुर, आगर, सिवनी और कटनी जिलों भारी बारिश का येलो अलर्ट किया गया है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बंगाल की खाड़ी के अलावा अरब सागर से भी नमी मिलने के कारण वर्षा का दौर अभी दो-तीन दिन तक बना रह सकता है। पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि उत्तर-पूर्वी मप्र पर बना कम दबाव का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर आगे बढ़ रहा है। इसके असर से भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, सागर संभाग के जिलों में भारी वर्षा हो सकती है। शेष संभाग के जिलों में छिटपुट वर्षा होने का सिलसिला बना रहेगा। अभी दो-तीन दिन तक वर्षा का दौर बना रह सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र की वरिष्ठ मौसम विज्ञानी ममता यादव ने बताया कि वर्तमान में उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश पर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। उत्तर-पश्चिम राजस्थान से बंगाल की खाड़ी तक एक ट्रफ लाइन गुजर रही है, जो उत्तर-पूर्व मप्र पर बने कम दबाव के क्षेत्र से होकर जा रही है। इसके अतिरिक्त गुजरात और उससे लगे अरब सागर पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इन मौसम प्रणालियों के असर से पूरे प्रदेश में मानसून सक्रिय बना हुआ है।