मंच से सीएम शिवराज ने क्यों नहीं लिया नाम 


भोपाल । प्रदेश के कद्दावर मंत्री विश्वास सारंग का नाम सीएम की रेस में दौड़ने लगा है। इसके बाद वो अपनी पार्टी के नेताओं के आँखो की किरकिरी बने हुए है। उन्हें अब सार्वजानिक कार्यक्रमों में भी नजरअंदाज किया जाने लगा है। ताजा मामला रायसेन जिले के सुल्तानपुर में एक कार्यक्रम के दौरान आया है। शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री सुंदर लाल पटवा की मूर्ति अनावरण और विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंच से अपने संबोधन के दौरान मंच पर प्रथम पंक्ति में मौजूद सांसदों और मंत्रियों के नाम लिए वही सीएम ने मंच पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के ठीक बगल में बैठे मंत्री विश्वास सारंग का नाम नहीं लिया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा उनके सामने बैठे मंत्री विश्वास सारंग को यू नजरअंदाज करना चर्चा का विषय बना हुआ है। कभी शिवराज के आँखो का तारा कहे जाने वाले विश्वास सारंग की नजरअंदाजगी लोगों के गले नहीं उतर रही है। गौरतलब है कि मंत्री विश्वास सारंग ने पार्टी में अपनी अलग पहचान बनाई है। हाल ही में उनके विभाग द्वारा आयोजित एक बड़े आयोजन में केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराई थी। इसके बाद प्रदेश की राजनीति उनका कद तेजी से बड़ा है। विश्वास सारंग 30 सालों से राजनीति में सक्रिय है। सारंग ने पार्षद से लेकर मंत्री तक का सफर तय किया है। उन्हें प्रदेश का भावी सीएम माने जाने लगा है।