हरतालिका तीज व्रत इस बार सोमवार 18 सितंबर को रखा जाएगा। ये उपवास महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए रखती हैं। वहीं अविवाहित युवतियों अच्छे वर की कामना से ये उपवास रखती हैं। 
हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरितालिका तीज मनाया जाता है। हिन्दू पंचाग के अनुसार इस बार हरितालिका तीज पर एक खास योग बन रहा है। इसमें भक्तों की सभी इच्छाएं पूरी होगीं। 
इस बार हरतालिका तीज के दिन रवि योग के साथ एन्द्र नामक योग का निर्माण हो रहा है। एन्द्र योग से व्रती महिलाओं को अखंड सौभाग्य का वर मिलेगा। इसके अलावा घर में सुख समृद्धि और वैभव बना रहेगा। साथ ही साथ रवि योग पति की प्रगति ज्ञान वृद्धि और नई ऊर्जा प्रदान करेगा.।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माता पार्वती ने भगवान शंकर को पति स्वरूप में पाने के लिए इस दिन से ही तप की शुरुआत की थीं। उनके कठोर तप से प्रसन्न होकर भगवान शंकर ने उन्हें आशीर्वाद दिया था जिसके फलस्वरूप माता पार्वती ने उन्हें पति स्वरूप में प्राप्त किया। यही वजह है कि लड़कियां भी मनचाहे वर के लिए ये व्रत कप रखती हैं।
इस व्रत पर बालू और मिट्टी से बने शिव पार्वती की पूजा की जाती है। सुबह से व्रत के संकल्प के बाद शाम के समय शिव पार्वती की पूजा पूरे विधि-विधान से की जाती है। इस दौरान माता पार्वती को सोलह श्रृंगार चढ़ाकर उन्हें पुष्प और फल अर्पित करना चाहिए।