सीडीआर मामले में स्पष्टीकरण दें एड. एसपी:निलय डागा

पूछा सवाल क्या भाजपा की गुलाम बनकर काम कर रही बैतूल पुलिस?

फोटो

बैतूल। एक सप्ताह पहले बैतूल विधायक निलय डागा द्वारा जिले के जन प्रतिनिधियों, व्यापारियों और पत्रकारों की सीडीआर बैतूल पुलिस द्वारा अनाधिकृत रूप से निकाले जाने का सनसनी खेज आरोप लगाया गया था। बैतूल विधायक श्री डागा ने पुनः सवाल किया है कि आखिर बैतूल पुलिस इस मामले में स्पस्टीकरण देने से क्यों कतरा रही है। पुलिस को इस सवाल का जवाब देने की जरूरत है। श्री डागा ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि बैतूल पुलिस द्वारा, जन प्रतिनिधियों, पत्रकारों और व्यापारियों  और अन्य नागरिकों की सीडीआर निकाली गई, जिसका खुलासा मैंने प्रेस के सामने किया था। इसी दिन पुलिस प्रतिनिधि के रूप में सामने आए एड.एसपी नीरज सोनी ने इस आरोप को लेकर खंडन करते हुए कहा था कि विधायक की कोई भी सीडीआर नही निकाली गई। विधायक श्री डागा ने सवाल किया कि उनकी सीडीआर बैतूल नहीं बल्कि प्रदेश के किसी अन्य  जिले में निकाली गई है, लेकिन अन्य जन प्रतिनिधियों, पत्रकारों और व्यापारियों और अन्य लोगो की सीडीआर तो बैतूल पुलिस ने ही निकाली है,  इस आरोप का  एड. एस पी नीरज सोनी केवल एक लाइन में खंडन कैसे कर सकते है ? किसके इशारे पर उन्होंने इसका बिना जांच किये खंडन किया है ? बैतूल पुलिस ने यदि सीडीआर नही निकाली है तो इसका सार्वजनिक रूप से स्पष्टीकरण देने से परहेज क्यों किया जा रहा। आरोप लगने के बाद बैतूल पुलिस यह साबित करे कि उन्होंने इनमें से किसी की भी सीडीआर नही निकाली है। श्री डागा का आरोप है कि बैतूल पुलिस कहीं न कहीं भाजपा के गुलामों की तरह काम कर रही है। उन्होंने नर्मदापुरम संभाग आईजी पुलिस दीपिका सुरी से मांग की है कि एड.एसपी द्वारा किये गए खंडन की सूक्ष्मता से जांच की जाए कि आखिर उन्होंने किसके कहने पर सीडीआर मामले का खंडन किया है।