सनी देओल की फिल्म 'गदर 2' जल्द सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है। फैंस के बीच इस फिल्म का जबर्दस्त क्रेज है। बॉक्स ऑफिस पर इसका मुकाबला अक्षय कुमार की 'ओएमजी 2' से होगा। दोनों फिल्में 11 अगस्त को रिलीज हो रही हैं। एक तरफ 'ओएमजी 2' में सेंसर बोर्ड ने तमाम बदलाव किए हैं और इसके बाद भी फिल्म को 'ए' सर्टिफिकेट दिया। अब खबर आ रही है कि बोर्ड की कैंची 'गदर 2' पर भी चली है। सनी देओल की फिल्म को हालांकि 'यूए' सर्टिफिकेट तो मिल गया है, लेकिन इसमें दस बदलावों के सुझाव सेंस बोर्ड ने दिए हैं।

फिल्म 'गदर 2' में सेंसर बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन ने प्रमुख तौर पर 10 बदलाव करने का सुझाव दिया है। रिपोर्ट्स के मुतबाकि फिल्म से दंगे के दौरान दंगाइयों द्वारा लगाए जाने वाले 'हर हर महादेव' के नारों को फिल्म से हटा दिया गया है और फिल्म के सब टाइटल्स में भी इन नारों को जगह नहीं दी गई है। फिल्म में 'तिरंगे' की जगह अब 'झंडे' शब्द सुनाई देगा और इसी से जुड़े एक डायलॉग को भी बदला गया है।

इसके अलावा फिल्म में एक कोठे की पृष्ठभूमि में ठुमरी गायी जाती है, जिसके बोल कुछ ऐसे हैं- 'बता दे सखी... गये शाम'। इस ठुमरी को अब बदलकर 'बता दे पिया कहां बिताई शाम...' कर दिया गया है। फिल्म में क़ुरान और गीता के संदर्भ में एक संवाद है, उसमें भी बदलाव किए जाने की जानकारी सामने आई है। इसके अलावा सेंसर बोर्ड ने 'गदर 2' के अंत में होने वाली हिंसा और खून-खराबे के दृश्यों के दौरान 'शिव तांडव' के श्लोक और शिव मंत्रों के उच्चरण को बदलकर बैकग्राउंड में आम तरह संगीत को बजाने की अनुमति दी है।