जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान हीथ स्ट्रीक का निधन हो गया है। स्ट्रीक 49 वर्ष के थे और पिछले काफी समय से कैंसर से पीड़ित थे। स्ट्रीक के निधन की जानकारी उनकी पत्नी ने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट के जरिये दी है। स्ट्रीक की पत्नी नादीन स्ट्रीक ने अपनी फेसबुक पोस्ट पर लिखा, आज रविवार सुबह के शुरुआती घंटों में मेरे जीवन का सबसे बड़ा प्यार और मेरे खूबसूरत बच्चों के पिता हम सभी को छोड़ कर चले गए। वह अपने अंतिम दिन हमारे साथ बिताना चाहते थे। वह परिवार से प्यार चाहते थे। हम कभी फिर मिलेंगे अनंत काल की यात्रा के लिए। अभी कुछ समय पहले भी उनके निधन की खबरे आई थी पर तब वे अफवास निकली थी। उस समय पूर्व क्रिकेटर हेनरी ओलंगा ने एक ट्वीट कर कहा था कि स्ट्रीक अब नहीं रहे। 
49 साल के स्ट्रीक ने साल 2005 में 31 साल की उम्र में खेल से संन्यास ले लिया था। स्ट्रीक के नाम अभी भी 100 से अधिक टेस्ट और 200 से अधिक एकदिवसीय विकेट का रिकार्ड है। उन्होंने साल 2000 में बेहद कठिन समय में जिम्बाब्वे की कप्तानी की थी। तब कई खिलाड़ियों ने बोर्ड से नाराजग जताते हुए टीम से अपना नाम वापस ले लिया था। अपने शानदार करियर में स्ट्रीक ने 65 मैचों में 2.69 के औसत से 216 विकेट लिए है। एकदिवसीय प्रारूप में स्ट्रीक ने 189 मैचों में 4.51 के औसत से 239 विकेट लिए। उनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आंकड़ा 5-32 था। 
वहीं स्ट्रीक ने लाल गेंद प्रारूप में 22.4 की औसत से 1,990 रन बनाए हैं। उन्होंने अपने देश के लिए 65 टेस्ट मैच खेले हैं। वहीं एकदिवसीय में स्ट्रीक ने 73.4 के स्ट्राइक रेट और 28.3 के औसत से 2,934 रन बनाए। साल 1993 में स्ट्रीक ने पाकिस्तान के खिलाफ रावलपिंडी में में 8 विकेट लेकर सभी को हैरान कर दिया था। 
स्ट्रीक को जिम्बाब्वे के कप्तान के रूप में नियुक्त किया गया था पर तब उन्होंने इस्तीफा दे दिया क्योंकि जिम्मेदारियों और वेतन को लेकर बोर्ड के साथ उनके मतभेद हो गये थे। साल 2002 में उन्हें फिर से कप्तान बनाया गया पर सरकार की खिलाफत करने के कारण स्ट्रीक की आलोचना की गई और इसी कारण साल 2004 में उन्होंने कप्तानी छोड़ दी। साल 2005 में संन्यास लेने के बाद स्ट्रीक दो साल के अनुबंध पर इंग्लिश काउंटी वारविकशायर में खेलने गये पर केवल एक मैच बाद ही लौट गये। 
स्ट्रीक जिम्बाब्वे, स्कॉटलैंड और बांग्लादेश के साथ-साथ इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) फ्रेंचाइजी गुजरात लायंस और कोलकाता नाइट राइडर्स के कोच भी रहे हैं। वह विवादों में भी रहे और भ्रष्टाचार विरोधी संहिता का उल्लंघन करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने उनपर आठ साल का प्रतिबंध लगाया गया था हालांकि स्ट्रीक ने अपने ऊपर लगाये गये फिक्सिंग के आरोपों को गलत बताया था।