इस्लामाबाद । विनाशकारी बाढ़ का सामना कर रहे पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से तत्काल सहायता उपलब्ध कराने की अपील की और कहा कि वे यह सुनिश्चित करें कि देश को सहयोग करने का उनका संकल्प दृढ़ है। पाकिस्तान ने देश में बाढ़ से 1,200 से अधिक लोगों की मौत होने और 3.3 करोड़ से अधिक लोगों के विस्थापित होने का जिक्र करते हुए इसकी तुलना अमेरिका में 2005 में आये कैटरीना तूफान से की, जिससे भारी तबाही हुई थी। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के अनुसार, मॉनसून की भारी बारिश और ग्लेशियर के पिघलने से आई भयावह बाढ़ के कारण 14 जून से अब तक कम से कम 1,265 लोगों की मौत हुई है, जिसमें पिछले 24 घंटों के दौरान 57 लोगों की मौत हुई। वहीं घायल होने वालों की संख्या 12,577 तक पहुंच गई है। जीओ टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रीय बाढ़ प्रतिक्रिया एवं समन्वय केंद्र में ‎पिछले ‎दिन प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए योजना मंत्री अहसन इकबाल ने कहा कि संघीय सरकार ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया है कि पाकिस्तान की सहायता करने के लिए उनका संकल्प दृढ़ रहे क्योंकि आपदा से बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हुए हैं।
राष्ट्रीय बाढ़ प्रतिक्रिया समन्वय केंद्र ने बाढ़ से निपटने की समीक्षा के लिए बैठक आयोजित करने के बाद प्रेसवार्ता आयोजित की। रिपोर्ट के मुताबिक आंतरिक विस्थापन के कारण बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा, सिंध और पंजाब प्रांतों में वर्तमान में 5,00,000 से अधिक लोग राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं। मंत्री ने कहा ‎कि पाकिस्तान में 30 साल के औसत की तुलना में 500 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। उन्होंने कहा कि लगभग 5,000 किलोमीटर लंबी सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं और बलूचिस्तान प्रांत में स्थिति सबसे खराब है। पाकिस्तान के किसान विनाशकारी बाढ़ से हुए नुकसान का अंदाजा लगाने का अब भी प्रयास कर हैं। भयावह बाढ़ के कारण देश का एक तिहाई हिस्सा जलमग्न हो गया है। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुतारेस नौ सितंबर को पाकिस्तान पहुंचेंगे और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेंगे।