*कृषि मंत्री कमल पटेल के आश्वासन के सात दिन बाद भी  कोई ठोस पहल नहीं होने से मुलताई को जिला बनाने की मांग को लेकर फिर प्रारंभ हुआ आमरण अनशन*

मुलताई✍️ विजय खन्ना 

भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा में मुलताई आए कृषि मंत्री कमल पटेल ने मुलताई को जिला बनाने की मांग को लेकर जारी धरना प्रदर्शन  स्थल पर पहुंचकर संघर्ष समिति के सदस्यों के प्रतिनिधि मंडल को भोपाल बुलाकर मुख्यमंत्री से भेंट करवाने का आश्वासन देकर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी संगठन के मोहन सिंह परिहार का आमरण अनशन तुड़वाया था लेकिन इस आश्वासन को 7 दिन बीत जाने के बावजूद कोई ठोस पहल नहीं होने से मंगलवार से पुनः आमरण अनशन प्रारंभ हो गया है। मंगलवार को समिति के  संदीप कामड़ी  और जनार्दन पाटिल ने आमरण अनशन प्रारंभ किया। संदीप कामड़ी ने बताया बीते 1  सितंबर से मुलताई को जिला बनाने की मांग को लेकर जिला बनाओ संघर्ष समिति द्वारा धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। परंतु अब तक शासन -प्रशासन के  कानों में जूं तक नहीं रेंग रही।, बीते 19 सितंबर को जन आशीर्वाद यात्रा में मुलताई आए कैबिनेट मंत्री कमल पटेल ने धरना स्थल पर पहुंचकर मोहन सिंह परिहार के पांच दिवसीय आमरण अनशन को आश्वासन देते हुए तुड़वाया और आश्वासन दिया था कि  जिला बनाओ संघर्ष समिति के सदस्यों के प्रतिनिधि मंडल को  भोपाल बुलाकर मुख्यमंत्री से इस मांग को लेकर चर्चा कराएंगे।लेकिन पूरा एक सप्ताह बीत जाने के बावजूद मंत्री  कमल पटेल की ओर से अब तक किसी प्रकार का कोई पत्र नहीं मिला‌ है। साथ ही विधायक सुखदेव पांसे  ने भी धरना स्थल पर आकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलताई को जिला बनाने के समर्थन में पत्र जारी करने का वादा किया था। लेकिन यह वादा भी अभी तक पूर्ण नहीं हुआ है ।इन वादा खिलाफी के चलते पुनः आमरण अनशन शुरू किया गया है और जब तक मुलताई जिला घोषित नहीं होता तब तक आमरण अनशन जारी रहेगा।वही समिति के सदस्य बीते तीन दिनों से ताप्ती सरोवर में प्रतिदिन एक घंटा जल सत्याग्रह भी कर रहे हैं।