इंदौर।   इंदौर शहर के विकास को लेकर इंदौर उत्थान अभियान के तहत मंत्री तुलसीराम सिलावट के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने भोपाल में नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि इंदौर के मास्टर प्लान को लेकर कभी कोई ओपन डिस्कशन नहीं होता है। भविष्य का इंदौर कैसा हो इसके लिए सभी के विचारों को शामिल किया जाए। इंदौर का मास्टर प्लान सर्वश्रेष्ठ बने। इंदौर के इंफ्रास्ट्रक्चर ऐसा बने कि आने वाले 35-40 सालों में किसी तोड़फोड़ की जरुरत न पड़े। इंदौर के मास्टर प्लान की प्लानिंग देश के जाने माने प्लानर से कराई जाए। इंदौर के गरीबों की भी मास्टर प्लान में सुना जाए। पिछले प्लान में बसाहटों को आमोद प्रमोद में डाल दिया। अपनी मांगों को लेकर प्रतिनिधिमंडल ने नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह को ज्ञापन सौंपा। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि मैं इन सभी की सोच में सोच मिलाता हूं। मास्टर प्लान बने तो इनके भी सुझाव लिए जाएं।

इस पर भूपेंद्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ही नहीं इंदौर मेरा भी सपनों का शहर है। उन्होंने कहा कि 20 अप्रैल के बाद मैं इंदौर आऊंगा और अफसरों एवं आपके साथ बैठकर इंदौर के मास्टर प्लान पर काम तैयार करेंगे। उन्होंने प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को आश्वस्त करते हुए कहा कि मैं आपके सुझावों के बगैर मास्टर प्लान अप्रूव नहीं करूंगा। हमारी पूरी कोशिश होगी कि आपके सुझावों पर पूरा काम हो। मास्टर प्लान कब तक लागू होगा, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि इस इंदौर सहित सभी शहरों का मास्टर प्लान लागू किया जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इंदौर मध्य प्रदेश का ही नहीं वरन पूरे देश का गौरव है। देश में स्वच्छता में नंबर वन है। इंदौर के वरिष्ठजन, विभिन्न संगठन के लोग, हमारे मंत्री तुलसी सिलावट के साथ आकर मिले। किसी शहर के लिए वहां रहने वालों में कितनी जागरुकता है, यह मैंने पहली बार देखा है। लोगों की जागरूकता के कारण ही इंदौर देश में स्वच्छता में नंबर वन है। इंदौर के विकास को लेकर उनका जो वीजन है, उसे सुना जाएगा। हमारा प्रयास रहेगा कि इंदौर न केवल स्वच्छता में बल्कि हर दृष्टि से नंबर वन बने। उसका हर तरह से विकास हो, इस तरह का मास्टर प्लान हो हम हरसंभव प्रयास करेंगे। इस बारे हम 20 अप्रैल के बाद इंदौर में मुलाकात कर चर्चा करेंगे।