चेन्नई । तमिलनाडु के तंजावुर जिले में भगवान अयप्पा के उत्सव के आयोजन के दौरान मंदिर का रथ बिजली के तार से टकरा गया। जिसके बाद रथ में करंट दौड़ गया और 11 लोगों की मौत हो गई। हादसे में मरने वालों में दो बच्चे भी शामिल हैं। इस दौरान दस से अधिक लोग घायल हुए हैं। उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से कई की हालत गंभीर है। यह हादसा उस समय हुआ जब मंदिर के रथ को श्रद्धालु खींच रहे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के तंजावुर जिले में रथयात्रा के दौरान करंट लगने से 11 लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा तमिलनाडु के तंजावुर जिले में हुए हादसे से बेहद दु:खी हूं। दु:ख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। उन्होंने हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिवार वालों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये देने की घोषणा की है। जबकि, घायलों को 50-50 हजार रुपए दिए जाएंगे।
पुलिस ने बताया कि भगवान अय्यपा का उत्सव मनाने के लिए मंगलवार की रात बड़ी संख्या में जमा हुए थे। तिरुचिरापल्ली मध्य क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक वी बालकृष्णन ने कहा इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। कार्यक्रम में शामिल श्रद्धालु मंदिर के रथ को खींच रहे थे, तभी रथ को घुमाते समय एक बिजली का तार उसमें फंस गया। इसके बाद करंट लगने से 2 बच्चों समेत 11 लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। 
घटना में घायल हुए कई अन्य लोगों को पास के अस्पताल ले जाया गया जहां उनका इलाज चल रहा है। दरअसल इस इलाकों में भारी बारिश के चलते सड़कों पर गड्डे में पानी भर गया था। इस वजह से करीब 50 लोग रथ से दूर खड़े थे। अगर वे भी रख खींच रहे होते तो इस घटना में और लोगों की जान जा सकती थी। घायलों को इलाज के लिए तंजौर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि इनमें से कई की हालत गंभीर है। इस हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।  
भगवान अयप्पा का उत्सव तंजावुर जिले के कालीमेडु मंदिर में हर साल आयोजित किया जाता है। इस दौरान मध्य रात्रि 12 बजे से रथ को खींचना शुरू होता है, जो सुबह तक चलता है।