भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ के लिए पहला दक्षिण अफ्रीका दौरा उम्मीद के अनुसार नहीं रहा। इसमें भारतीय टीम को टेस्ट और एकदिवसीय सीरीज में हार का सामना करना पड़ा है। वहीं अगर कोच के तौर उनका अब तक का कामकाज देखा जाये तो यह मिला-जुला रहा है। उन्हें कोच के तौर पर कुछ समय के अंदर ही वह अलग-अलग कप्तानों के साथ काम करना पड़ा है।  
बीसीसीआई ने नवंबर में उन्हें कोच बनाया था। उसके बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ हुई घरेलू सीरीज़ में द्रविड़ कोच थे जबकि रोहित शर्मा ने कप्तानी की थी, जिसमें भारत की जीत हुई थी हालांकि टेस्ट सीरीज़ ड्रॉ पर रही थी, उसमें पहले मैच के कप्तान अजिंक्य रहाणे थे और दूसरे मैच में विराट कोहली ने कप्तानी की थी। अब जब साउथ अफ्रीका का दौरा हुआ, तब टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली थे जबकि एकदिवसीय टीम के कप्तानी लोकेश राहुल के पास थी। इसके अलावा राहुल ने एक टेस्ट में कप्तानी भी की थी। द्रविड़ ने मुख्य कोच का पद संभालने से पहले भी टीम इंडिया की कोचिंग की थी। जब भारतीय टीम इंग्लैंड में विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल खेल रही थी, उस समय शिखर धवन की अगुवाई में टीम इंडिया श्रीलंका पहुंची थी. तब राहुल द्रविड़ टीम इंडिया के मुख्य कोच बने थे। भारत ने वहां पर एकदिवसी सीरीज़ जीती थी, लेकिन टी-20 सीरीज़ में हार का सामना करना पड़ा था। 
खिलाड़ियों को सुरक्षा का दिया भरोसा 
भारतीय टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने कहा है कि खिलाड़ियों को स्थिरता और सुरक्षा मिलनी चाहिये जो उन्हें दी जाएगी पर उन्हें भी बेहतर प्रदर्शन करना होगा। द्रविड़ ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मिली हार के बाद ये बात कही। भारत को इस दौरे में टेस्ट और एकदिवसीय सीरीज में हार का सामना करना पड़ा। इस दौरान भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन उम्मीद के अनुरुप नहीं था। बल्लेबाजी के अलावा गेंदबाजी में भी भारतीय टीम प्रभावहीन रही।  मध्यक्रम के कुछ बल्लेबाजों को कई मौके दिए जाने के बाद प्रदर्शन की उम्मीद से उनका संकेत श्रेयस अय्यर और ऋषभ पंत की ओर था। उन्होंने कहा, ‘हमने उन्हें लगातार मौके दिए हैं और हम चाहते हैं कि वह अपनी जगह को लेकर सुरक्षित महसूस करें।' 
उन्होंने कहा, ‘ सुरक्षा और मौके देने के साथ आप खिलाड़ियों से प्रदर्शन की भी उम्मीद करते हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने वालों से यही अपेक्षा रहती है कि जरूरत के समय वे अच्छा प्रदर्शन करें। हम हरसंभव स्थिरता रखना चाहते हैं।' गौरतल है कि अय्यर तीन मैचों में 17, 11 और 26 रन ही बना सके। द्रविड़ ने कहा, ‘आप चौथे, पांचवें या छठे नंबर पर बल्लेबाजी कर रहे हैं तो आपको पता होना चाहिए कि टीम की जरूरत क्या है। श्रेयस तीनों मैचों में जल्दी आउट हो गया। हमें पता है कि ये सभी अच्छा प्रदर्शन करते आए हैं और हम हरसंभव उनका साथ देंगे। लेकिन टीम में हर जगह के लिए प्रतिस्पर्धा बहुत है और इन हालात में यह आसान नहीं होता कि अवसर गंवाते रहें।' इस समय कई युवा बेहतर प्रदर्शन कर टीम में अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं।