इंदौर । आनलाइन एमबीए डिस्टेंस एजुकेशन पाठ्यक्रम को आउटसोर्सिंग एजेंसी को नहीं दिया जाएगा। सोमवार को देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की समिति ने फैसला लिया और एजेंसी के माध्यम से पाठ्यक्रम संचालन करने से इंकार कर दिया है। साथ ही सदस्यों ने कोर्स को विश्वविद्यालय स्तर पर चलाने पर जोर दिया है। उनका कहना है कि विश्वविद्यालय में संसाधान बढ़ाएं, जिसमें विभाग को जल्द ही शिक्षकों की भर्ती करना होगा। सदस्यों ने अगली कार्यपरिषद में पाठ्यक्रम से जुड़े प्रस्ताव को मंजूरी देने का आश्वासन दिया है।

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा संस्थान से दो वर्षीय आनलाइन एमबीए पाठ्यक्रम को जुलाई 2021 में मंजूरी दी थी। बाद में विभाग ने पाठ्यक्रम संचालन के लिए आउटसोर्सिंग एजेंसी का प्रस्ताव दिया। इसके लिए कुछ आइटी कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई। एजेंसी ने पाठ्यक्रम से जुड़े चार हजार वीडियो कंटेंट बनाने पर जोर दिया। विभाग ने प्रस्ताव एजेंसी को देने के पीछे तर्क दिया कि विभाग में शिक्षक नहीं हैं। एजेंसी कंटेंट तैयार कर अपलोड करने का काम करेगी। वहीं विद्यार्थियों को प्रवेश देने और परीक्षा का जिम्मेदारी विश्वविद्यालय की रहेगी। इस बीच यूजीसी ने आनलाइन एमबीए को आउटसोर्सिंग व फ्रेंचाइजी को देने से माना कर दिया।