*रिक्त वन भूमि कृषि के लिए किसानों को देने की मांग* 
*एसडीएम के नाम तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन* 

भैंसदेही गोदना की रिक्त वनभूमि किसानों को दिये जाने की मांग ग्रामीणों ने की है। इस संबंध में भाजपा जिला उपाध्यक्ष प्रदीप सिंह ठाकुर के नेतृत्व में कुकरू पंचायत के पूर्व सरपंच हीरालाल बारस्कर, बाजू, बापूराम, सोहन सहित अन्य ग्रामीणों ने एसडीएम भैेंसदेही के नाम तहसीलदार चंद्रपाल इनवाती को ज्ञापन भी सौंपा। जिसमें मांग की है कि प्रतिवर्ष वर्षाऋतु में अत्यधिक बारिश और कोहरे के कारण फसल नष्ट हो जाती है। कुकरू पंचायत के गांवों में रहने वाले ग्रामीणों की आय का मुख्य साधन कृषि है, लेकिन फसलों के वातानुकूलित पर्यावरण नहीं होने से हर साल फसले अतिवृष्टि और कोहरे की वजह से बर्बाद हो जाती है। जिससे किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है। किसानों ने बताया कि कुकरू पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण यहां अन्य क्षेत्रों की अपेक्षा अधिक बारिश होती है। अधिक बारिश के कारण फसलों में सडऩे लगती है। कोहरा छाने से फसलों पर इल्लियों का प्रकोप रहता है। जिसके कारण आर्थिक संकट उत्पन्न हो चुका है ऐसी स्थिति में ग्राम गोदना में शासकीय वन भूमि स्थित है जो वर्तमान में खाली पड़ी हुई है, उस भूमि को किसानों को प्रदान की जाये। ग्रामीण गोरेलाल, मुन्ना, प्रेमलाल ने बताया कि इस पहले भी प्रशासन को ज्ञापन देकर गोधना की रिक्त भूमि दिये जाने की मांग की थी, लेकिन आज तक उनके ज्ञापन पर कोई कार्रवाही नहीं की गई। ग्रामीणों का कहना है कि कुकरू में कृषि के अलावा आय का कोई अन्य साधन नहीं है। ऐेसे में किसानों को गोधना की वन भूमि कृषि के लिए मिलती है तो किसानों की जीविका आसानी से चलेगी। किसानों ने कहा कि यदि उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया गया तो सभी ग्रामीण मिलकर आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेगे। जिसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।