इंदौर ।    राज्य सेवा मुख्य परीक्षा 2022 में भाग लेने वाले तमाम अभ्यर्थियों के आड़े अब प्रदेश का निर्वाचन कार्यक्रम आ रहा है। मप्र लोकसेवा आयोग (पीएससी) ने 30 अक्टूबर से चार नवंबर तक मुख्य परीक्षा के आयोजन का ऐलान किया है। इस बीच प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लग चुकी है। राज्य सेवा मुख्य परीक्षा में तमाम सरकारी कर्मचारी भी शामिल है। ऐसे में अब इन्हें न तो अवकाश मिलेगा ना ही मुख्यालय छोड़ने की अनुमति। निर्वाचन कार्यों में रत इन अभ्यर्थियों ने पीएससी से मुख्य परीक्षा कार्यक्रम को आगे बढ़ाने की मांग की है।

बुधवार दोपहर पीएससी के अभ्यर्थी आयोग के मुख्यालय पहुंचेंगे। अभ्यर्थी आकाश पाठक के अनुसार निर्वाचन कार्यक्रम के चलते शासकीय सेवक तो परीक्षा से बाहर हो रहे हैं। ऐसे में पीएससी को परीक्षा आगे बढ़ाना चाहिए। क्योंकि अभ्यर्थियों से यह मौका छूटा तो उनका बड़ा नुकसान होगा। प्रारंभिक परीक्षा पास करने और लंबे इंतजार के बाद वे परीक्षा के दूसरे चरण में पहुंचे हैं। साथ ही बीते दिनों मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने प्रारंभिक परीक्षा के दो डिलीट किए प्रश्नों पर भी अंतरिम निर्णय देते हुए 71 विद्यार्थियों को मुख्य परीक्षा में शामिल करवाने के निर्देश दिए हैं। अब इन अभ्यर्थियों के लिए भी परीक्षा के आवेदन जमा करवाने और प्रवेश पत्र जारी करने की पूरी प्रक्रिया होना है। हालांकि अब तक पीएससी ने इसके लिए लिंक नहीं खोली है। दोपहर में पीएससी मुख्यलय पर पहुंच कर इस संबंध में भी ज्ञापन दिया जाएगा कि लिंक खोलकर जल्द से जल्द इन अभ्यर्थियों को परीक्षा में शामिल होने की प्रक्रिया करवाई जाए व कोर्ट के निर्देशों का पालन हो।